Home हेल्थ Migraine Pain से बचने के लिए घरेलू उपाय – How To Get...

Migraine Pain से बचने के लिए घरेलू उपाय – How To Get Rid of Migraine Headaches Permanently

Get Rid of Headaches in 5 Minutes or less in Hindi: नमस्कार दोस्तों, दोस्तों हर एक व्यक्ति अपने पूरे जीवन काल में हर व्यक्ति कभी ना कभी सर दर्द का शिकार हो ही जाता है। साधारण सर दर्द की समस्या ज्यादातर आंखों में थकान, धूप में ज्यादा समय बिताने, गलत तरीके से सोने से, नींद पूरी नहीं होने से, और खानपान में गड़बड़ी आने के कारण होती है। इसके अलावा कई बार सर्दी जुखाम या बहुत ज्यादा थकान टेंशन होने पर भी सर में दर्द होने लगता है। जब सर में दर्द कभी-कभी कम समय के लिए होता है तो इसे आसानी से दूर किया जा सकता है।लेकिन सर में दर्द बार-बार लंबे समय तक होने लगे, तो यह माइग्रेन (Migraine) की समस्या भी हो सकती है।

Get Rid of Headaches in 5 Minutes or less in Hindi, Migraine Se Bachne Ke Upay (Remedies), सरदर्द और माइग्रेन से तेज़ी से छुटकारा पायें, माइग्रेन का आयुर्वेदिक इलाज
How To Get Rid of Migraine Headaches Permanently

माइग्रेन (Migraine)

माइग्रेन एक गंभीर और दर्द नाक बीमारी है, साथ ही साथ यह समय के साथ-साथ बढ़ती चली जाती है। माइग्रेन को समझना और इसका इलाज करना एक पेचीदा काम है। इसलिए कुछ लोग कहते हैं कि माइग्रेन में होने वाले दर्द से छुटकारा पाना खुद अपने आप में एक सर दर्द बन जाता है। क्योकि माइग्रेन से होने वाला दर्द एक से अधिक कारणों से भी हो सकता है, और साथ ही अलग-अलग लोगो में यह बीमारी की स्थित होने की वजह भी अलग-अलग हो सकती है। कई बार यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि इसके कारण कोई भी काम कर पाना असंभव हो जाता है, और फिर हमारे पास दवाइयां खाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता। ऐसा होने से हमे धीरे-धीरे दवाइयों की आदत हो जाती है, जिसका हमारे पेट और हमारे लिवर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।

दवाइयां खाना हमारे माइग्रेन से होने वाले सर दर्द को ठीक करने का सही तरीका नहीं होता। इस बीमारी को केवल अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर और कुछ आसान घरेलू नुस्खा का इस्तेमाल करके ही हमेशा के लिए ठीक किया जा सकता है, क्योंकि सिर्फ इन तरीकों से ही इस बीमारी की जड़ पर असर होता है। फिर बाद सर दर्द यानि माइग्रेन की समस्या पूरी तरह ठीक हो जाती है। आज के इस वीडियो में हम बात करेंगे कुछ ऐसे ही असरदार नुस्खा और सावधानियों के बारे में, जिनके पहले ही इस्तेमाल से सर दर्द और माइग्रेन की समस्या में फर्क आने लगेगा। और साथ ही लगातार इनके इस्तेमाल से यह बीमारी कम समय में ही पूरी तरह ठीक हो जाएगी। लेकिन उससे पहले यह जान लेते हैं कि सर में दर्द आखिर होता क्यों है ? How to Improve Eyesight Naturally at Home: बढ़ जाएगी आंखों की रोशनी इन तरीकों से

सर में दर्द आखिर होता क्यों है ?

हमारे दिमाग के अंदर से सेराटोनिन (Serotonin) नामक एक केमिकल पाया जाता है, जो की हमारे पूर्व इमोशन और भावनाओं की वजह से प्रभावित होता है। जब हमारी दिमाग में सेराटोनिन की मात्रा बढ़ती है तब हमें खुशी महसूस होती है और सब कुछ अच्छा लगता है। लेकिन इसकी मात्रा दिमाग में कम होने लग जाये तो आपको सर दर्द और माइग्रेन जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर लोगों में यह देखा गया है की जिन लोगो को ज्यादा समय तक सर में दर्द रहता है उनके दिमाग में सेराटोनिन केमिकल का संतुलन बिगड़ा हुआ रहता है। इस लिए जिन लोगो की रोजाना ज़िन्द्की में स्ट्रेस और टेंशन ज्यादा रहती है, जो लोग बचपन से या एक लंबे समय से अपने जीवन में किसी तरह की परेशानी से गुजर रहे हैं, उन्हें एक समय पर आकर गंभीर माइग्रेन की समस्या हो ही जाती है। माइग्रेन का दर्द मुख्य था आदे सर, आंखों के पीछे, आंखों के आसपास वाले हिस्से के इर्द-गिर्द होता है।

आयुर्वेदिक नजरिया

आयुर्वेद के नजरिया से अगर देखा जाए तो इस तरह का दर्द शरीर में (वात और पित्त) की अधिकता के कारण होता है। इसलिए ज्यादातर इस बीमारी से ग्रसित लोगों को एसिडिटी गैस की कोई दूसरी समस्या होती ही है। माइक्रोनी होने पर तेज़ लाइट और तेज आवाज से सेंसटिविटी बढ़ जाती है, जिससे व्यक्ति काफी संवेदनशीलता हो जाता है। साथी कुछ लोगों को किसी तरह की सुगंध या कोई विशेष चीज खाने पर माइग्रेन होने लगता है। लंबे समय तक भूखे रहने और शरीर में पानी की कमी होने से भी अचानक सर में दर्द होना शुरू हो सकता है। साथ ही पूरी नींद नहीं होने या बहुत ज्यादा काम है टेंशन बढ़ने से भी माइग्रेन का दर्द शुरू हो जाता है। अगर आप इस माइग्रेन बीमारी को हमेशा के लिए खत्म करना चाहते हैं तो इलाज और परहेज और सावधानी बरतना भी उतना ही ज्यादा जरूरी है, यह उन बीमारियों में से हैं जिनमें दवाइयों से ज्यादा परहेज और सावधानियां बरतने से फर्क पड़ता है। तो चलिए जानते हैं माइग्रेशन सर दर्द होने पर इन मुझको के इस्तेमाल से हमें जल्दी लाभ कैसे मिलेगा ? और कौन सी चीजों का हमें ध्यान रखना चाहिए ?

किन-किन बातो का ध्यान रखना है ?

इसमें सबसे पहले हम बात करेंगे कि बाहरी रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले नुस्खो के बारे में और उसके बाद हम बात करेंगे कुछ खाए जाने वाले उपायो की।

जो सबसे पहले नुस्खा है उसे बनाने के लिए हमें जरूरत होगी (बादाम का तेल), (गुलाब जल), (चंदन पाउडर), और (पिपरमिंट ऑयल) की सबसे पहले एक चम्मच बादाम के तेल में लगभग 5 बुध पिपरमेंट ऑयल डालकर इससे अपने सर और फोरहेड की 5 से 10 मिनट तक अच्छी तरह मसाज करें। पिपरमिंट ऑयल हमारे दिमाग की नसों को शांत करता है। साथ ही इसके इस्तेमाल से लंबे समय तक दिमाग को ठंडक की प्राप्ति होती है, और तेज हो रहे सर दर्द में तुरंत राहत मिलती है। 5 से 10 मिनट हल्के हाथों से मसाज करने के बाद एक चम्मच चंदन पाउडर में एक चम्मच गुलाब जल और और 7 से 8 बूंद पेपरमिंट आयल मिलाकर इसका एक पास्ट त्यार कर लेना है। उसके बाद इस पेस्ट को अपने फोरहेड यानि की पूरे माथे पर अच्छी तरह लगा ले, चंदन का इस्तेमाल आयुर्वेद में पुराने समय से किया जाता आ रहा है। चंदन के अंदर कूलिंग प्रॉपर्टी होती है, जो की सिर्फ दिमाग को ठंडा प्रदान करती है बल्कि दिमाग की थकान और स्ट्रेस को भी दूर करती है। माइग्रेन की प्रॉब्लम में मसाज और चंदन के पेस्ट का इस्तेमाल रोजाना रात को सोने से पहले सुबह उठने के बाद 15 से 20 मिनट के लिए किया जा सकता है, और साथ तेज दर्द होने पर भी इसके इस्तेमाल से तुरंत राहत मिलती है। रात को सोते समय अगर आप अपने माथे पर चंदन लगाते हैं तो इसकी केवल एक पतली लेयर अपने माथे पर लगाएं, ताकि लगाने के बाद यह आसानी से सुख जाए। Home Health Tips: आपको भी भूख कम लगती है ? तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खा

बदाम का तेल और गाय का घी माइग्रेन में कैसे लाभदायक ?

इस नुस्खे का इस्तेमाल आपको रात को सोने से पहले करना है, इससे सर दर्द और माइग्रेन की समस्या में बहुत जल्दी लाभ मिलता है। वह है (बादाम का तेल और गाय का घी) माइग्रेन होने पर हमारे दिमाग की नसों में सूखापन और कमजोरी आ जाती है। अधिक थकान होने पर या लगातार रोशनी के संपर्क में रहने पर हमारा दिमाग उसे सहन नहीं कर पाता और इस वजह से आंखों के आसपास उस सर में दर्द होना शुरू हो जाता है। इस कमजोरी को दूर करने के लिए गाय का घी और बादाम का तेल बहुत अधिक फायदेमंद होते हैं। गाय के घी को पहला हल्का गर्म कर ले, रोजाना रात को सोने से पहले ड्रॉपर की मदद से इसकी एक-एक बूंद को अपनी दोनों नाक में डालकर लेट जाए।

इस के बाद धीरे-धीरे गहरी सांस लें ऐसा करने से कुछ भाग हमारे गले और कुछ भाग हमारे दिमाग तक पहुंचता है। ठीक इसी तरह से बादाम के तेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन एक बार में घी और बादाम के तेल में से किसी एक चीज का इस्तेमाल करें, हमें केवल रोगन बादाम तेल का इस्तेमाल करना। सर में लगाने वाले तेल का इस्तेमाल ना करें।अगर आप रोजाना रात को अपनी नाक में गाय का शुद्ध देसी घी डालकर सोते हैं तो मात्र 7 दिनों में ही आपको इस समस्या में कमाल का फर्क नजर आने लगेगा, और धीरे-धीरे यह माइग्रेन की बीमारी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। लेकिन ध्यान रहे कि घी केवल शुद्ध देसी गाय का ही होना चाहिए। तभी इससे आपको चलती परिणाम प्राप्त होगे। गाय का घी हमारे दिमाग पर दवाई की तरह असर दिखाता है और साथ ही यह जितना पुराना होता जाता है उतना ही ज्यादा असरदार बनता जाता है। How to Save Mobile Phone from Coronavirus ऐसे करें अपने फोन को सुरक्षित

खाए जाने वाले नुस्खों के बारे में !

माइक्रोमैक्स सर दर्द होने पर “अदरक की चाय” का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक और एक चम्मच सौंफ डालकर इसे 5 से 6 मिनट के लिए उबाल ले। उसके बाद इसे छान कर इसमें एक चम्मच शहद मिळाले। इस तरह से यह चाय तैयार हो जाएगी। हफ्ते में 3 बार इस चाय का सेवन सुबह नाश्ता करने के बाद करें, या फिर जिस समय आपको सर में दर्द होता है उस समय भी इस अदरक की चाय का सेवन किया जा सकता है। अदरक का सीधा असर दर्द पैदा करने वाले और हारमोंस पर होता है, और साथ ही यह हमारे पेट के लिए भी फायदेमंद होता है। लेकिन इसका लगातार इस्तेमाल ना करें 1 या 2 दिन छोड़कर ही सेवन करे। इसके अलावा बादाम, अखरोट, और अलसी का सेवन करना भी माइग्रेन होने पर चमत्कारी रूप से फायदेमंद होता है।लेकिन अच्छे और जल्दी परिणाम के लिए इसे सही तरीके से खाना बहुत जरूरी होता है।

7 से 8 बादाम और अखरोट को रात भर के लिए पानी में डूबा कर रख दे, उसके बाद अगले दिन इनके छिलके उतारके सुबह के समय या दिन में खाना खाने के 1 घंटे बाद इन्हें अच्छी तरह चबा-चबा कर खाए। इसी तरह से अलसी का सेवन भी दिन में एक बार एक चम्मच खाना खाने के बाद किया जा सकता है। अलसी बादाम और अखरोट में कई तरह के पोषक तत्व और फैटी एसिड पाए जाते हैं, जिनका सीधा असर हमारे दिमाग पर होता है। खासकर सर दर्द और माइग्रेन जैसी बीमारी में यह दवाई की तरह काम करते हैं। लेकिन बादाम और अखरोट का सेवन रातभर भिगोकर और छिलके निकाल कर ही करें। लोगो के शरीर में पित्त की मात्रा बढ़ जाने की वजह से अक्सर सर में दर्द रहता है। उन्हें अक्सर अल्कलाइन डाइट लेने की सलाह दी जाती है।

गाजर, चुकंदर और पालक का जूस बनाकर पीने से इस समस्या में बहुत तेजी से फायदा मिलता है। पालक गाजर और चुकंदर में आयरन विटामिन और कई तरह के फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है, और यह सब ही हमारे दिमाग की नसों को मजबूत करने और खासकर सर में होने वाले दर्द को कम करने का काम करते हैं। रोज़ाना नाश्ते में पालक चुकंदर और गाजर का जूस बनाकर पीने से यह हमारे पेट के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है, और साथ ही हमारे शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाकर हमें दिनभर के लिए अच्छी एनर्जी भी प्रदान करता है।

इस का जूस बनाने से पहले पालक को अच्छी तरह से धोकर 5 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगोकर रखें और तथा चुकंदर और गाजर के छिलके निकालने के बाद ही जूस बनाएं। सर में होने वाले किसी भी तरह के दर्द की शुरुआत हमारे पेट से ही होती है। इसलिए कभी भी पेट में एसिडिटी और गैस नहीं होना चाहिए और हमेशा पेट भी पूरी तरह से साफ रहना चाहिए। इसके लिए रोजाना रात को खाना खाने के बाद गर्म पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन जरूर करें, त्रिफला चूर्ण हमारे पेट के साथ-साथ हमारे दिमाग के लिए भी फायदेमंद होता है।इसका इस्तेमाल हफ्ते में 2 बार किया जा सकता है। त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल करने से हमारे शरीर में जो भी गंदगी है वह बाहर निकल जाती है, और सर में होने वाला दर्द भी धीरे-धीरे कम होता चला जाता है।

माइग्रेन की बीमारी में किस प्रकार की सावधानियां रखनी चाहिए ?

सभी तरह के नुस्खों और दवाइयों के डॉक्टर के ट्रीटमेंट के साथ-साथ माइग्रेन की बीमारी में कई तरह की सावधानी बरतना भी बहुत अधिक जरूरी होता है। क्योंकि कई बार हम जाने अनजाने बहुत सारी चीजें ऐसी कर रहे होते है, जो की कहीं ना कहीं माइग्रेन की बीमारी को और ज्यादा बढ़ा रही होती है, और साथ इन लापरवाही के कारण किये गए नुस्खे और दवाइयों का असर भी शरीर पर पूरी तरह नहीं हो पाता है। सर दर्द और माइग्रेन की समस्या में जो सबसे ज्यादा खतरनाक होता है वह है Caffeine (कैफ़ीन) एक ऐसी चीज है जिसकी वजह से सर दर्द और माइग्रेन का इलाज पूरी तरह असफल हो सकता है। चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, अल्कोहल, सिगरेट और एनर्जी ड्रिंक में कैफीन की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसलिए इन चीजों का सेवन बिल्कुल ना करें। इसके अलावा बहुत ज्यादा खट्टी चीजों का सेवन करने से भी हमारे शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ती है। जिसके चलते सर दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए ज्यादा खट्टी चीजें जैसे कि अचार, इमली, इत्यादि खट्टे फलों का सेवन कम से कम करें।

बहुत ज्यादा रूखी-सूखी और ऐसी चीज है जो हमारे शरीर में पानी की कमी को पैदा करती हो उनका सेवन करने से पेट में गैस की मात्रा बढ़ती है और यही बड़ी हुई है गैस काफी बार सर में तेज दर्द पैदा कर देती है इसलिए बहुत ज्यादा ठंडी और सुखी चीजें जैसे कि चिप्स, बिस्कुट, ब्रेड, आइसक्रीम, पैकेट में मिलने वाली चीजे और कोल्ड ड्रिंक आदि का सेवन कम से कम करें, और खाने में हमेशा गीली यानि ग्रेवी चीजें ज्यादा खाए। बाहर मिलने वाली मैदे से बनी चीजें जिन्हें हमारे पेट को पचाने में बहुत ज्यादा मशक्कत करनी पड़ती है ऐसी चीजें भी माइग्रेन की बीमारी को काफी हद तक बड़ा देती है।

योग माइग्रेन में कितना लाभदायक है ?

माइग्रेन की बीमारी में जिस चीज से सबसे ज्यादा जल्दी फर्क दिखाई देता है, जिसके जरिए इस बीमारी को पूरी तरह हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है वह है दिमाग की शांति और योग। बार होने वाले सर में दर्द से बचने के लिए कोशिश करें कि अपने दिमाग को पुरे समय शांत रखें। दिमाग को शांत रखने के लिए सबसे पहले तो कम से कम 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद ले। क्योकि एक अच्छी नींद से ही हमारे दिमाग की नसों को आराम मिलता है, और साथ ही स्ट्रेस और टेंशन भी कम हो जाता है। लेकिन अगर आपकी नींद ही पूरी नहीं होती है तो आपके सर में दर्द हमेशा बना ही रहेगा। इसके अलावा दिमाग को शांत करने के लिए रोजाना सुबह (अनुलोम विलोम प्राणायाम) जरूर करें। माइग्रेन और सर दर्द की समस्या में अनुलोम-विलोम इतना असरदार होता है कि इसे करने के पहले दिन से ही आपको पर दिखना शुरू हो जाएगा, और इसकी सबसे खास बात यह है कि इसे करना बहुत ज्यादा आसान है। इसे करने का सही तरीका क्या है उसे जानने के लिए आर्टिकल के नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

बाबा रामदेव योग इन हिंदी उपाय आसन और उनके फायदे

सर में अक्सर दर्द रहता है तो उन्हें दूसरे आम लोगों के मुकाबले पानी भी ज्यादा पीना चाहिए क्योंकि कई बार केवल पानी की कमी के कारण सर में अचानक दर्द पैदा होने लग जाता है। दोस्तों इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए नुस्खों के साथ-साथ बताई गई सभी बातों का ध्यान रखना भी बहुत आवश्यक है अभी इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा अगर आपको ठंड की वजह से अक्सर सर्दी सर दर्द जुखाम बुखार रहता है तो इस विषय पर हमरी साइट पर पहले से ही एक आर्टिकल मौजूद है। उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए लाभदायक साबित हुई होगी। अगर आपके किसी दोस्त या परिवार के सदस्य को माइग्रेन की समस्या तो आप उसे यह आर्टिकल शेयर कर सकते हैं और माइक्रोन जैसी घातक बीमारी से निजाद दिलवा सकते है। धन्यवाद !


ऑनलाइन ख़रीदे (Online Kharide)

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here