आज हम विश्व के प्राचीन सात अजूबों में से एक मिस्र के पिरामिडों के बारे में कुछ रोचक तथ्य के बारे में बताने जा रहे है| मिस्र में मौजूद पिरमिडों में वहाँ के राजाओं को दफनाया जाता था| क्या आपको इस बारे में जानकारी है की गिजा के महान पिरामिड का वजन 5.5 अरब किलों है? ऐसे ही कुछ अन्य अनसुनी बातों के बारे में आज हम इस पोस्ट में जानेंगे|
1. पूरी दुनिया में कितने पिरामिड है इस बारे में बताना थोडा मुश्किल है लेकिन अकेले मिस्र देश में ही अभी तक 140 पिरामिड मिल चुके है।
2. धरती पर पिरामिड जैसा पहला ढांचा आज से तकरीबन 5000 साल पहले ‘Mesopotamians‘ के द्वारा बनाया गया था।
3. दुनिया का सबसे बड़ा पिरामिड मिस्र में नही, बल्कि यह मैक्सिकों में है। जिसका बेस 1480 ft. का है।
4. गिज़ा का ग्रेट पिरामिड विश्व के प्राचीन सात अजूबों में सबसे पुराना और अकेला ऐसा पिरामिड है जो अभी भी आस्तित्व में है।
5. मिस्र के पिरामिडों की उम्र 4500 साल बताई गई है लेकिन यह इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी सही सलामत है| इनके अभी सही सलामत रहने का एक मुख कारण इनमें इस्तेमाल किया गया मोर्टार पत्थर है जो आम पत्थर से काफी मजबूत होता है।
6. ‘Djoser के पिरामिड‘ को मिस्र का सबसे पुराना पिरामिड है जो 27 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के दौरान ‘Saqqara Necropolis’ में बनाया गया था।
7. कुफु का पिरामिड (जिसे गिजा का ग्रेट पिरामिड के नाम से भी जाना जाता है) अब तक का सबसे ऊँचा पिरामिड की ऊँचाई 480.6 फीट थी जो ऊपर से 25 फीट ढह जाने के बाद अब 455.4 फीट ही रह गया है| यह लगभग 3871 साल तक दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बना रहा लेकिन 1311 में इंग्लैंड के लोगो ने 524 फीट ऊंचा गिरिजाघर बनाकर यह रिकाॅर्ड अपने नाम कर लिया| इस गिरजाघर को आज भी दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा गिरिजाघर होने का गोरव प्राप्त है।
8. सभी पिरामिड नील नदी के पश्चिमी तट पर मिले है।
9. पिरामिड बनाने में 1 लाख मजदूर ने अपना योगदान दिया और ये मजदुर किसी के गुलाम नही थे बल्कि इन्हे हर रोज वेतन मिलता था।
10. गिज़ा के ग्रेट पिरामिड को महान sphinx द्वारा guard किया गया है| ये दुनिया में पत्थर की सबसे बड़ी मूर्ति भी है और ऐसा मान्यता है कि ये ‘Khafra‘ राजा का चेहरा है।
11. एक अनुमान के मुताबिक गिज़ा के पिरामिड को बनाने में 23 लाख पत्थर के टकड़ो का प्रयोग हुआ था जिनका वज़न 2 से 30 टन और कुछ का वजन 45000 किलो तक था।
12. औसतन एक पिरामिड को बनाने में 200 साल और गिज़ा के ग्रेट पिरामिड को बनाने में 85 साल का समय लगा था| इसका मतलब ये हुआ की एक समय पर केवल एक नही बल्कि काफी पिरामिड बनाए गए थे।
13. ग्रेट पिरामिड धरती का वो सबसे सटीक ढाँचा है जो उतर दिशा की जानकारी देता है| मिस्र के लोगो ने केवल ज्योतिष की मदद से हजारों साल पहले इन पिरामिडो को बनवाया था| पिरामिड के आगे का हिस्सा उत्तर दिशा में मात्र 3/60 डिग्री गलत है और यह भी इसलिए संभव हुआ क्योंकि वक्त के साथ धरती का north pole बदल जाता है| इस हिसाब से एक समय पर पिरामिड अपनी जगह पर थे।
14. गिज़ा के महान पिरामिड की 8 साइड है, जो केवल आसमान से दिखाई देती है।
15. ग्रेट पिरामिड की साइड थोड़ी-सी concave lens की तरह की है| ये एकमात्र ऐसा पिरामिड है जिसमें यह तकनिक है|
16. गिज़ा के ग्रेट पिरामिड और अन्य दो पिरामिडों में कुछ नकली और एक असली दरवाजा लगाया गया था| ये दरवाजा इतने अच्छे तरीके से बनाया गया था कि 18000 किलो वजन होने के बाद भी यह एक बार में खुल जाता है।
17. यह एक संयोग ही है, कि लाईट की स्पीड और गिज़ा के ग्रेट पिरामिड का निर्देशांक दोनों एक समान है।
18. तीन पिरामिड: ‘Khufu, Khafre और Menkaure‘ उन्हीं तारों की दिशा में है जो ओरियन बेल्ट के नक्षत्र बनाते है।
19. बाहर बहुत ज्यादा गर्मी होने के बाद भी पिरामिड के अंदर का तापमान हमेशा 20°C तक बना रहता है।
20. आज से 4000 साल पहले तक पिरामिड शीशे की तरह चमकते थे क्योंकि इन्हें पाॅलिश किए गए सफेद चूना पत्थर से अच्छे से ढका गया था| ये सूर्य की रोशनी को इतने अच्छे से रिफ्लेक्ट करते थे की इन्हे इजरायल की पहाड़ियों से साफ देखा जा सकता था|
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21. सबसे अधिक पिरामिड मिस्र में नही बल्कि सूडान में मोजूद है।
22. 12th सेंचुरी में कुर्दिश राजा अल-अज़ीज़ और मिस्र के दूसरे अय्युबिद सुल्तान ने गिजा पिरामिड को नष्ट करने का प्रयास किया था लेकिन वह ज्यादा सफल हो सके क्योंकि पिरमिड काफी बड़ा था।
24. इस बात का सही अनुमान तो नही लगाया जा सकता लेकिन गिज़ा के पिरामिड को बनाने में तकरीबन 5.5 अरब किलो (60 लाख टन) सामग्री लगी है जो इंग्लैड के सभी चर्च और गिरिजाघरों को बनाने के समान है।
25. पिरामिड के ऊपर भी चढ़ा जा सकता है| लेकिन ऐसा करने वाले टूरिस्ट पर आजीवन मिस्र आने पर बैन लग जाता इसके ऊपर चढ़ने के लिए आपको 203 सीढियाँ चढ़नी होगी।