जानिए! कैसे स्मार्टफोन बचा सकता है आपका चालान कटने से: सितंबर की शुरुआत से ही देशभर में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के लिए काल बनकर आई है। 1 सितंबर से देशभर में लागू हुए संशोधित मोटर वाहन अधिनियम (motor vehicle act 2019) के बाद देशभर में ट्रैफ्स रूल तोड़ने वाले लोगों का भारी भरकम चालान कट रहा है। कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे है तो वही कुछ लोग इसका विरोध कर रहे है। सोशल मीडिया पर कई ऐसी खबरें इनदिनों ट्रेंड कर रही है। जिसमें साफ दिख रहा है की 1 सितंबर से ट्रैफिक रूल तोडना कितना भारी पड़ रहा है। आज हम आपको कुछ ऐसी बताने जा रहे है जिसकी मदद से आपका चालान नहीं कटेगा। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि आप जरा सी सावधानी और डिजिलॉकर (DigiLocker) या फिर एमपरिवहन एप (M-PARIVAHAN APP) का इस्तेमाल कर आप चालान और हमेशा गाड़ी के डॉक्यूमेंट या कागज को साथ में रखने से मुक्ति पा सकते हैं।
जानिए! कैसे स्मार्टफोन बचा सकता है आपका चालान कटने से
डिजिलॉकर और एमपरिवहन ऐप डाउनलोड करें अपने स्मार्टफोन में
बाइक हो या फिर कार या फिर कोई अन्य वाहन। सड़क पर चलाते समय उसके कागज साथ में होना जरुरी है। यह आप सभी के लिए सिरदर्द भी है और कागज के गुम होने या फटने की भी एक बड़ी परेशानी है। लेकिन अब इन सभी परेशानियों का हाल निकाल लिया गया है। आप अपने मोबाइल में अपने वाहन के डॉक्यूमेंट या कागज को रख सकते है और पुलिस को भी दिखा सकते है। इसके लिए आपको डिजिलॉकर पर अपना अकाउंट बनाना होगा। एक बाद यहाँ पर अकाउंट बनाने के बाद अपनी बाइक या कार या फिर अन्य किसी वाहन के डॉक्यूमेंट की स्कैन करके अपलोड कर दें। इसके बाद जब भी आप से पुलिस डॉक्यूमेंट मांगे तो उन्हें ऐप में सभी चीजें दिखा दें।
डिजिलॉकर की खासियत
डिजिलॉकर बनाने के बाद आपने सभी जरुरी डॉक्यूमेंट जैसे आरसी (certificate of registration), लाइसेंस (License) और इंश्योरेंस (Esurance) आदि की कॉपी को स्कैन कर अपलोड कर सकते है। इसके बाद आपको अपने डॉक्यूमेंट को साथ लेकर चलने की जरुरत नहीं पड़ेगी। यह ट्रैफिक पुलिस पर भी मान्य है। ऐसे में जब भी पुलिस आप से आपके वाहन के डॉक्यूमेंट मांगे तो उन्हें डिजिलॉकर की मदद से डॉक्यूमेंट दिखा दें।
Traffic Police Challan se Bachne ke Tarike: इन आसान तरीकों को अपनाने के बाद नहीं कटेगा आपका चालान
पीएम मोदी ने डिजिलॉकर को काफी समय पहले लॉन्च किया था। यह एक तरह का वर्चुअल लॉकर है। साल 2015 में लॉन्च हुए इस लॉकर से जुड़े नियम साल 2017 में सामने आए थे। इसके बाद परिवहन मंत्रालय की तरफ से भी कहा जा चूका है की डिजिलॉकर में डॉक्यूमेंट रखने के बाद आपको कागजों को साथ में लेकर चलने से छुटकारा मिल जाएगा।