First aid for Heart Attack: क्या आपने कभी सोचा है की आपकी फॅमिली में या फिर किसी पड़ोसी को अचानक से हार्ट अटैक आ जाये तो आप क्या करेंगे। आपने अभी तक नहीं सोचा है लेकिन इसके बारे में जानकारी होना काफी ज्यादा जरूरी है। हो सकता है की आपका जवाब यह हो की हम उस पेशेंट को तुरंत अस्पताल में एडमिट करेंगे। फ्रेंड्स ऐसे काफी केस में देखा गया है की पेशेंट को इतना समय नहीं होता की हॉस्पिटल shift किया जा सके। ऐसे इमरजेंसी में क्या कोई ऐसा तरीका है जिसकी मदद से पेशेंट की जान बचा सकते है। जी हां ऐसे काफी सारे तरीके है जिसके माध्यम से आप पेशेंट की जान बचा सकते है।
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हार्ट अटैक की दोनों कंडीशन में ऐसे करे देखभाल
आज हम जिस तकनीक की बारे में बात करने वाले है, जिसके लिए आपके पास ना ही कोई सर्टिफिकेट की जरूरत है ना ही आपका डॉक्टर होना जरूरी है। आप चाहे ऑफिस में हो, शॉपिंग मॉल में हो या फिर किसी गली महौल्ले में आप कही भी किसी भी जरूरत मंद की जान बचा सकते है। जब भी आप किसी भी इंसान को सीने में दर्द के साथ जमीन पर गिरते हुए देखेंगे तो आप को दो इस्थिति देखने को मिलेगी बुरी इस्थिति और सबसे बुरी इस्थिति। पहली इस्थिति में यह हो सकता है की पेशेंट दर्द में चिल्ला रहा है और अचानक गिर पड़ा है। आप तुरंत पेशेंट के पास जाये पेशेंट यह शिकायत कर सकता है की मुझे बहुत तेज सीने में दर्द हो रहा है और जो दर्द है वो हाथ की तरफ होता हुआ आ रहा है। साथ ही पेशेंट को घबराहट और जी मचलने जैसी शिकायत हो सकती है। दोस्तों ये जो कंडीशन है इसे हम हार्ट अटैक कहते है। इसमें आप सबसे पहले पेशेंट को कम्फर्टेबले जगह पर लिटाये और साथ ही मेडिकल सेवा के लिए 108 नंबर पे डायल करे ताकि एम्बुलेंस जल्द से जल्द वहा तक पहुंच सके। अगर पेशेंट किसी कमरे में है तो सबसे पहले कमरे की खिड़की खोल दीजिए और पेशेंट को यह भरोसा दिला दीजिए की उन्हें कुछ नहीं होगा।
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अगर आपके पास दूसरी स्थिति है जिसमें पेशेंट बेहोश हो चुका है। ऐसे में अगर आप पेशेंट के पास जाकर देखेंगे तो आपको पता चलेगा की ना ही पेशेंट की सांसे चल रही है और ना ही पलस आ रही है और ना ही वह आपसे बात कर सकता है। ऐसी स्थिति को हम Cardiac arrest कहते हैं। यहां परेशानी काफी सारी वजह से हो सकती है और इसका पहला कारण है हार्ट अटैक। Cardiac arrest इलेक्ट्रिक शॉक के कारण भी हो सकता है इसके अलावा और भी काफी सारी वजह है जिसके कारण Cardiac arrest हो सकता है। अगर हमें इस प्रकार का कोई मरीज मिलता है तो हम सबसे पहले CPR करेंगे जिसको हम Cardiopulmonary resuscitation के नाम से भी जानते हैं।
चलिए हम आपको बताते हैं की कैसे हम 10 मिनट में Cardio-pulmonary resuscitation के मरीजों को बचा सकते हैं। आपको इस प्रकार के मरीज को सबसे पहले जमीन पर लेटा देना है। इसके बाद आपको घुटने के बल बैठ जाना है, और आपको चेक करना है कि इस वक्त पेशेंट का Consciousness level क्या है। इसका मतलब यह है कि पेशेंट अभी बेहोश हुआ है या फिर नहीं हुआ है। इसके बाद ही हमे कोई जरूरी एक्शन लेना होता है।
नीचे कुछ अंग्रेजी के जरूरी शब्द दिए हुए जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए जैसे कि
- Continuous CPR
- 100 Compression/Min
- Compression Depth =5 cm
- Check Consciousness level
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