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बालाकोट एयरस्ट्राइक में इस्तेमाल हुए ‘स्पाइस 2000’ का एडवांस वर्जन खरीदने पर विचार कर रही है भारतीय वायुसेना

बालाकोट एयरस्ट्राइक में इस्तेमाल हुए ‘स्पाइस 2000’ का एडवांस वर्जन खरीदने पर विचार कर रही है भारतीय वायुसेना- बालाकोट में आतंकी संगठन ‘जैश ए मोहम्मद’ के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की सफलता के बाद भारतीय वायुसेना ने स्पाइस-2000 बम के एडवांस वर्जन (बंकर बस्टर वर्जन) को खरीदने की नीति तैयार कर ली है| यह बम इमारतों और बंकरो को नष्ट करने में काफी कारगर है| बालाकोट स्ट्राइक के दौरान एयरफोर्स ने मिराज-2000 से स्पाइस-2000 बम गिराए थे लेकिन स्पाइस-2000 बम से इमारत नहीं ढही थी, बल्कि इस बम से केवल आतंकियों की ही मौत हुई थी| इन बम का वजन 70 से 80 किलों है जिससे मजबूत से मजबूत इमारत को गिराया जा सकता है| ये बम अपने वजन के बराबर टारगेट पर छेंद बनाते हैं और फिर इनके अंदर मंजूद बारूद दुश्मनों को तबाह कर देती है|

indian airforce planning to buy advance version of spice 2000

सूत्रों के अनुसार अब इंडियन एयरफोर्स उन एडवांस बम को खरीदने पर विचार कर रही है जो दुश्मनों की इमारतों और बंकरो को भी नष्ट कर सके| संभावित खतरों से निपटने के लिए वायुसेना ने स्पाइक एंटी टैंक मिसाइल लेने का भी मन बना लिया है| यह सौदा 300 करोड़ रुपए तक के किसी भी हथियार को खरीदने की शक्ति के तहत किया जाएगा|

indian airforce planning to buy advance version of spice 2000

एयरस्ट्राइक में इस्तेमाल किए गए स्पाइस 2000 बम ो इजरायल से लिया गया था जो भारतीय वायुसेना को मुख्य रूप से हथियार देता ै| बता दें की पुलवामा में सुरक्षाबलों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में आतंकी कैंप पर एयरस्ट्राइक कर कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था| इस ऑपरेशन में एयरफाॅर्स ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों निशाना बनाते हुए नष्ट कर दिया था| बता दें की पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था, हमले में 44 सीआरपीएफ के जवानों की जान चली गई थी|

भारतीय वायुसेना की इस कार्यवाही से पाकिस्तान बौखला गया था और उसने अगले दिन भारतीय वायुसीमा में घुसने की कोशिश की| लेकिन इंडियन एयरफ़ोर्स के जवानों ने उसे खदेड़ दिया था| इस घटना में भारतीय वायुसेना का विमान क्षतिग्रस्त हो गया था और पायलट पाकिस्तान की सीमा में जा गिरा था| जिसके बाद दोनों देशों में काफी तल्खी आ गई थी| दुनिया के सभी बड़े देश भारत को पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से खबराए हुए थे| लेकिन चंद दिनों में ही पाकिस्तान को भारतीय पायलट को वापस सौंपना पड़ा|

भारतीय सेना अपने देश की रक्षा को ध्यान में रखते हुए अक्सर के साजो सामान की खरीददारी करती रहती है| यह सौदा भी उसी का एक भाग है| समय के साथ अपनी मारक क्षमता बढाती रहती है|

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