नमस्कार दोस्तों, भारत के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के समारोह की तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। इस बार का यह अमृत महोत्सव और भी ज्यादा खास होने वाला है। मिली जानकारी के अनुसार वॉशिंगटन, 6 अगस्त ‘ओम जय जगदीश हरे’ और ‘जन गण मन’ को एक नए अंदाज में पेश कर श्रोताओं की वाहवाही लूटने वाली अफ्रीकी-अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन भारत के आजादी के 75वी वर्षगांठ के समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली आएगी। उनको भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की ओर से निमंत्रण भेजा गया है। आइए जानते हैं कौन है मैरी मिलबेन।
आजादी के 75वी वर्षगांठ के समारोह में शामिल होगी मैरी मिलबेन
भारत अपने आजादी का 75वा महोत्सव मानाने जा रहा और इसको खास बनाने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की शुरुआत की गई थी और अब खबर सामने आ रही है की अफ्रीकी-अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन भी इस समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली आएगी। इसके बाद आजादी का यह समारोह और भी यादगार होने की उम्मीद है। मैरी मिलबेन को समारोह में शामिल होने के लिए भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की ओर से निमंत्रण भेजा गया है जिसके बाद उन्होंने बयान भी जारी किया है।
Who Is Mary Millben?
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के निमंत्रण भारत आने से पहले मैरी मिलबेन ने बयान जारी करके कहा, “1959 में भारत की यात्रा करने वाले डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नक्शेकदम पर चलते हुए मुझे भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में एक सांस्कृतिक राजदूत के रूप में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने का मौका पाकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है।”
मिलबेन पहली अमेरिकी कलाकार जिसे आईसीसीआर ने आमंत्रित किया है
उनके बयान के मुताबिक मिलबेन पहले अमेरिकी कलाकार है जिन्हें आईसीसीआर में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए न्यौता भेजा है। वह अमेरिका की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली आधिकारिक अतिथि होगी। मिलबेन ने कहा, “मैं इस समृद्ध मातृभूमि का अनुभव करने, दुनियाभर में भारत और भारतीय समुदाय के साथ अपने सार्थक संबंधों का जश्न मनाने और भारत की स्वतंत्रता के इस महत्वपूर्ण समारोह के दौरान अमेरिका और भारत के महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक गठबंधन को मजबूत करने का अवसर पाकर बेहद खुश हूं।”
भारत में पहली बार यात्रा कर रही है
आपको बता दे मिलबेन भारत की यात्रा पहली बार कर रही है जिसको लेकर उन्होंने कहा, “जब मैं भारत की अपनी पहली यात्रा की तैयारी कर रही हूं तो मेरी दिल की धड़कनें डॉ. किंग के इन शब्दों को दोहरा रही हैं कि ‘दूसरे देशों में मैं एक पर्यटक के रूप में जा सकता हूं, लेकिन भारत में मैं एक तीर्थयात्री के रूप में आता हूं।” आपको बता दे वह अपनी यात्रा के दौरान दिल्ली के अलावा लखनऊ के दौरे की भी योजना बना रही है।