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Aja Ekadashi Date Time Vrat And Puja Vidhi Info in Hindi – अजा एकादशी जानें व्रत और पूजा विधि ?

नमस्कार दोस्तों आपका हार्दिक स्वागत है हिंदी वेबसाइट पर और आज हम बात कर रहे हैं अजा एकादशी के बारे में। अन्य त्यौहार की तरह अजा एकादशी भी भारत का एक प्रमुख त्यौहार है। इस साल अजा एकादशी का पावन अवसर 3 सेप्टेंबर को है। आप सभी को हमारी टीम की तरफ से अजा एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं। हिन्दू धर्म में अजा एकादशी की बहुत मान्यता है। इस दिन अगर आप भी व्रत रखते हैं तो कृपया नियम का पालन जरूर करें। फल की प्राप्ति तभी होगी जब नियम से व्रत रखेंगे। आप सभी को अजा एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं।

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अजा एकादशी तिथि समय व्रत और पूजा विधि की जानकारी हिंदी में

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में जो एकादशी आती हैं, उसी को अजा एकादशी बोला जाता है। अजा एकादशी पर भारत में विष्णु भगवान और माता लष्मी की पूजा की जाती है।सभी मंदिरों में यह दिन मनाया जाता है। विष्णु भगवान और माता लष्मी की पूजा करने से सभी पापों से इंसान मुक्त हो जाता है। एकादशी पर व्रत रखने के बाद रात भर जागरण किये जाते हैं। जागरण के समय श्री हरि का ध्यान अवश्य करना चाहिए। एकादशी के दिन सुबह सूरज उगने से पहले स्नान कर लेना चाहिए। इसके बाद में पूजा घर साफ करें और विष्णु भगवान और माता लष्मी की मूर्ति स्थापित करे।

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इस दिन भगवान की विधि विधान के साथ आरती करनी चाहिए और प्रसाद में चरणामृत बनाना चाहिए। एकादशी पर निर्जला व्रत रखा जाता है और शाम के समय फल ग्रहण किया जाता है। एकादशी के दूसरे दिन साधु को भोजन कराना चाहिए और इसके बाद ही स्वयं खाना चाहिए।

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अजा एकादशी पूजा नियम कानून

अजा एकादशी पर मंदिर में विष्णु भगवान स्थापित किए जाते हैं। इसके बाद इन्हें गंगा जल समर्पित किया जाता है। पुष्प और तुलसी रखने के बाद भगवान विष्णु की आरती का आरंभ किया जाता है। ऐसा बोला जाता है की भगवान विष्णु के भोग में तुलसी रखना शुभ माना जाता है। आज की त्यौहार और धार्मिक जानकारी कैसी लगी हैं हमे जल्दी से कमेंट करे। जन्माष्टमी और देश विदेस जानकारी जानने के लिए वेबसाइट को सबसे पहले बुकमार्क करे

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