ओडिशा के रहने वाले 70 साल के बुजुर्ग ने बनाई 1 किलोमीटर लंबी नहर: बिहार के दशरथ मांझी का नाम तो आपने कभी ना कभी सुना ही होगा| जिन्हें माउंटेन मैन के नाम से भी जाना जाता है| दशरथ मांझी ही वो व्यक्ति थे जिन्होंने अकेले अपने दम पर पहाड़ का सीना फाड़कर 360 फुट लंबा, 30 फुट चौड़ा और 25 फुट गहरा रास्ता बना डाला था| इस काम को दशरथ मांझी को करीब 22 साल का लम्बा वक्त लगा| उन्होंने अपने कड़े परिश्रम से गया शहर के अतरी और वजीरगंज ब्लॉक के बीच की 80 किलोमीटर की दूरी को 15 किलोमीटर में तब्दील कर दिया था| उनके ऐसी महान का के लिए उन्हें ‘माउंटेनमैन’ की उपाधि दी गई थी| कुछ ऐसा ही काम ओडिशा के रहें वाले 70 साल के दैतारी नाईक ने कर दिखाया है|
ओडिशा के क्योंझर जिले के जनजातीय बहुल इलाके में रहें वाले नाईक ने अपने गांव बैतरणी में पानी की परेशानी को हल करते हुई एक किलोमीटर लम्बी नहर का निर्माण कर डाला है| ऐसा उन्होंने सिंचाई की सुविधा के अभाव में किया| जंगलों और पहाड़ों से घिरे इस जनजातीय इलाके में पानीकी काफी परेशानी है और उन्हें खेती के लिए बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है| इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस कार्य को अंजाम दिया|
जिला प्रशासन से कोई मदद नहीं मिलने के बाद, उन्होने अपनी मदद खुद ही करने का फैसला किया| बता दें की नाईक के साथ इस काम में उनके परिवार वालों और अन्य लोगों ने भी उनकी मदद की| तीन सालो की लगातार मेहनत के बाद उन्हें पिछले महीने इसका फल मिला| खेतों तक पानी पहुँचाने के लिए उन्होंने एक किलोमीटर लाभ नहर का निर्माण किया|
नहर बनाते समय उन्हें चटानो और झाड़ियों को अपने रास्ते से हटाना पड़ा| उन्होंने इस काम में हार नहीं मानी और अब तीन सालों की मेहनत के बाद इसका फल मिला है|