400 मीटर की स्पर्धा में हिमा दास ने गोल्ड जीत रचा इतिहास, ऐसा करने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनी: भारत की 18 साल की एथलीट हिमा दास (Hima Das) ने इतिहास बना दिया है| आपको बता दें की हिमा दास ने फिनलैंड के टैम्पेयर शहर में आयोजित IAAF विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप (IAAF World U20 Championships) की 400 मीटर दौड़ में भारत को गोल्ड जीताया है| उन्होंने अपनी 400 मीटर की रेस 51.46 सेकंड में पूरी कर गोल्ड जीता| हिमा दास की इस जीत पर पूरे देश में जश्न का माहौल है और लोग सोशल मीडिया पर बधाई देते नहीं रुक रहे है|
हिमा भारत की पहली खिलाड़ी है जिसने विश्व स्तर पर ट्रैक स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता है| हिमा से पहले भारत की तरफ से महिला या पुरुष खिलाड़ी ने जूनियर या सीनियर किसी भी स्तर पर विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड नहीं जीत सका है| फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह और पीटी उषा भी ऐसा कारनामा नहीं कर पाए|
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इस हिसाब से देखा जाए तो इंटरनेशनल ट्रेक पर भारत की यह ऐतिहासिक जीत है| बता दें की हिमा ने सेमीफाइनल में भी अच्छा प्रदर्शन किया था| उन्होंने सेमीफाइनल में 400 मीटर की रेस 52.10 सेकंड में पूरी कर फर्स्ट पोजीशन हासिल की थी|
हिमा दास असम के नगांव जिले के धिंग गांव की रहने वाली हैं| उनकी उम्र महज 18 साल है| हिमा एक साधारण किसान परिवार से तालुक रखती है| उनके पिता चावल की खेती करते हैं| वह परिवार के 6 बच्चों में सबसे छोटी हैं| हिमा पहले लड़कों के साथ फुटबॉल खेलती थीं और एक स्ट्राइकर के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहती थीं| उन्होंने 2 साल पहले ही रेसिंग ट्रैक पर कदम रखा था| उनके पास पैसों की कमी थी, लेकिन कोच ने उन्हें ट्रेन कर यह मुकाम हासिल करने में मदद की|
हिमा के कोच निपोन दास का कहना है, ‘एथलीट बनने के लिए हिमा को अपना परिवार छोड़कर लगभग 140 किलोमीटर दूर आकर रहना पड़ा था.’
अप्रैल के महीने में गोल्ड कोस्ट में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ खेलों की 400 मीटर की स्पर्धा में हिमा दास ने छठा स्थान हासिल किया था| उन्होंने 400 मीटर की दौड़ को पूरा करने के लिए 51.32 सेकंड का समय लिया था|