हेलो दोस्तों, नमस्कार एक बार फिर स्वागत करते हैं हम आपका आपके अपने न्यूज़ चैनल “Hindi.DekhNews.com” पर, आज हम बात करने वाले है, देश में मशहूर शायरों में से एक अहमद फराज़ के बारे में। इतिहास में कई ऐसे बड़े शायर हुए है जिन्होंने प्रेम, दोस्ती, देश भक्ति इत्यादि पर शायरी लिखी है। उन्ही में से एक पाकिस्तानी शायर अहमद फराज़ है। जिन्होंने अपनी शायरी को बेहद शानदार लफ्जों और शब्दों के साथ लोगों के सामने रखा है। जिन्हे लोगो द्वारा बहुत अधिक पसंद किया जाता है। अगर आप भी एक शायर प्रेमी है, और आपको शायरी सुनना और पढ़ना बेहद पसंद है, तो आज हम आपके लिए पाकिस्तान के मशहूर शायद अहमद फराज़ की कुछ चुनिंदा बेहतरीन शायरी लेकर आए। जो आपको जरूर पसंद आने वाली है, तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
Faraz Shayari in Hindi
Ahmad Faraz (अहमद फ़राज़) (احمد فراز) का जन्म 12 जनवरी 1931 कोहाट पाकिस्तान में हुआ था, वैसे तो अहमद फराज़ एक उर्दू शायर थे, लेकिन उनकी कुछ शायरियां हिंदी में भी होया करती थी। बहुत से ऐसे लोग हैं जो अहमद फराज़ की शायरी हिंदी में पढ़ना और सुनना पसंद करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए आज हम आपके लिए हिंदी शायरी लेकर आये है, जो आपको केवल पसंद नहीं आने वाली बल्कि आप इसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
कठिन है राहगुज़र थोड़ी दूर साथ चलो बहुत कड़ा है सफ़र थोड़ी दूर साथ चलो
किसी बेवफ़ा की ख़ातिर ये जुनूँ ‘फ़राज़’ कब तक जो तुम्हें भुला चुका है उसे तुम भी भूल जाओ
कौन ताक़ों पे रहा कौन सर-ए-राहगुज़र शहर के सारे चराग़ों को हवा जानती है
कितना आसाँ था तिरे हिज्र में मरना जानाँ फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते
अब तो ये आरज़ू है कि वो ज़ख़्म खाइए ता-ज़िंदगी ये दिल न कोई आरज़ू करे
इक तो हम को अदब आदाब ने प्यासा रक्खा उस पे महफ़िल में सुराही ने भी गर्दिश नहीं की
Faraz Shayari in Urdu
जैसा कि हमने आपको पहले बताया अहमद फ़राज़ एक उर्दू शायर थे, इसलिए कुछ लोग ऐसे भी मौजूद है जिन्हें उनकी उर्दू शायरी पढ़ना और सुन्ना पसंद है। इसके लिए आपको किसी अन्य वेबसाइट पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं है, आपको हमारी वेबसाइट पर अहमद फ़राज़ कुछ चुनिंदा उर्दू शायरी पढ़ने को मिलेगी। जिसे आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।
اب زمین پر نہ گوتم ، نہ محمد اور نہ ہی مسیح نئے لوگوں کو توقع سے دور کریں
تمہیں بھولنے کے لئے کتنے بیوقوف ہیں عمر بہت یاد ہے
زندگی ایسی ہے ساری عمر کسی اور کے گھر رہتی تھی
اس ‘فراز’ سے آگے ایک انیم ای مہارت کیا ہے اپنی زندگی میں ایک شخص بن
کسی بھی دشمن کا کوئی تیر مجھ تک نہیں پہنچا ابھی دیکھیں میرا دوست پیسہ کماتا ہے
اس طرح سے مسلمان الگ ہوگئے آج ، میں نے پہلی بار ، اس کے ساتھ غداری کی
Faraz Shayari on Life
हर एक शायर अपनी शायरी को अलग अलग तरीके से प्रस्तुत करता है, और अपनी शायरी में जिंदगी को कहीं अलग तरीके से दिखाने का प्रयास करता है। इसी तरह अहमद फ़राज़ ने अपनी शायरी में जिंदगी का जिक्र किया है, और बखूबी तरीके से जिंदगी को अपनी शायरी में उतारा है। हम उम्मीद करते हैं आपको यह शायरी जरूर पसंद आएगी। इन शायरी को पढ़ने के बाद आपको मोटिवेशन मिलने वाला है।
उजाड़ घर में ये ख़ुशबू कहाँ से आई है कोई तो है दर-ओ-दीवार के अलावा भी
किसे ख़बर वो मोहब्बत थी या रक़ाबत थी बहुत से लोग तुझे देख कर हमारे हुए
कुछ मुश्किलें ऐसी हैं कि आसाँ नहीं होतीं कुछ ऐसे मुअम्मे हैं कभी हल नहीं होते
उस का क्या है तुम न सही तो चाहने वाले और बहुत तर्क-ए-मोहब्बत करने वालो तुम तन्हा रह जाओगे
इक ये भी तो अंदाज़-ए-इलाज-ए-ग़म-ए-जाँ है ऐ चारागरो दर्द बढ़ा क्यूँ नहीं देते
Faraz Ahmed Sad Shayari
हर शायर अपनी शायरी में उदासीनता को दिखाने का भरपूर प्रयास करता है, जो लोगों को बहुत पसंद आती है यही कारण है कि इंटरनेट पर Faraz Ahmed Sad Shayari काफी अधिक सर्च की जाती है। इसलिए हम आपके लिए अहमद फ़राज़ की सैड शायरी लेकर आये है, जिसे आप अपनी ज़िन्द्की की कहानी से जोड़ पाएंगे।
अब उसे लोग समझते हैं गिरफ़्तार मिरा सख़्त नादिम है मुझे दाम में लाने वाला
अब और क्या किसी से मरासिम बढ़ाएँ हम ये भी बहुत है तुझ को अगर भूल जाएँ हम
जब भी दिल खोल के रोए होंगे लोग आराम से सोए होंगे
इस अहद-ए-ज़ुल्म में मैं भी शरीक हूँ जैसे मिरा सुकूत मुझे सख़्त मुजरिमाना लगा
अब दिल की तमन्ना है तो ऐ काश यही हो आँसू की जगह आँख से हसरत निकल आए
Faraz shayari on Love
हर एक शायर अपने किसी ना किसी शायरी में प्यार का जिक्र जरूर करता है, जो लव प्रेमियों को बियर पसंद आती है। अगर आप भी उन्हीं में से एक है तो आप अहमद फराज़ द्वारा लिखी गई लव शायरी को पढ़ और शेयर कर सकते हैं। हम आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई शायरी जरूर पसंद आ रही होगी। आप हमें कमेंट करके भी बता सकते हैं।
क्या कहें कितने मरासिम थे हमारे उस से वो जो इक शख़्स है मुँह फेर के जाने वाला
क़ासिदा हम फ़क़ीर लोगों का इक ठिकाना नहीं कि तुझ से कहें
उम्र भर कौन निभाता है तअल्लुक़ इतना ऐ मिरी जान के दुश्मन तुझे अल्लाह रक्खे
ढूँड उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती ये ख़ज़ाने तुझे मुमकिन है ख़राबों में मिलें
उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ अब क्या कहें ये क़िस्सा पुराना बहुत हुआ
Ahmad Faraz Best 2 Line Shayari
शायरी का मतलब यही होता है कि अपने कुछ शब्दों में एक बहुत बड़ी बात को कहना, इसे ही एक शायर की खूबी मानी जाती है। अगर आपको भी ऐसी शायरी पढ़ना पसंद है जिसमें छोटी सी लाइन में पूरी जिंदगी के सफर को बताया गया हो। तो आप बिल्कुल सही जगह है नीचे हमने इसी प्रकार की कुछ चुनिंदा अहमद फराज़ द्वारा लिखी गई शायरी दी है।
दिल को तिरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता
अगर तुम्हारी अना ही का है सवाल तो फिर चलो मैं हाथ बढ़ाता हूँ दोस्ती के लिए
किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा
तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो ‘फ़राज़’ दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला
इस ज़िंदगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीब इतना न याद आ कि तुझे भूल जाएँ हम
आपको हमारे द्वारा दी गई Ahmad Faraz (अहमद फ़राज़) जानकारी और उनके द्वारा लिखी गई शायरी पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं। आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं क्या आप आने वाले समय में किस शायर की शायरी पढ़ना चाहते हैं। इसके अलावा आपको हमारी वेबसाइट पर कई प्रकार की शायरी और कोर्ट पढ़ने को मिलेगा।