देश के अगले थल सेना प्रमुख होंगे मनोज मुकुंद नरवाने, जानिए इनसे जुड़ी कुछ खास बातें: भारत के अगले थल सेना प्रमुख कौन होंगे? इस बात का ऐलान हो गया है। बता दें की लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने देश के नए थल सेना प्रमुख होंगे जो 31 दिसंबर को वर्त्तमान जनरल बिपिन रावत की जगह लेंगे। इसी साल जुलाई महीने में भारतीय सेना में बदलाव करते हुए मनोज मुकुंद को उप सेना प्रमुख बनाया गया था। अब 31 दिसंबर को वह भारतीय थल सेना प्रमुख के रूप में पदभार संभालेंगे।
मौजूदा थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत साल के अंत में 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे है। ऐसे में उप सेना प्रमुख नरवाने को वरिष्टता के आधार पर थल सेना का अगला प्रमुख चुना गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नारावने भारतीय थल सेना के 28वें प्रमुख होंगे।
मनोज मुकुंद नरवाने सेना में 37 साल से ज्यादा सेवा दे चुके है। इस दौरान वह कई प्रमुख पदों पर भी रह चुके है। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नारावने इन्फैंट्री ब्रिगेड और जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय रायफल बटालियन का नेतृत्व भी कर चुके है।
नरवाने ने कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकी गतिविधियों पर काबू पाने में एक महत्वपूर्ण योगदान निभाया है। इन क्षेत्रों में उन्होंने कई टुकड़ी में अपनी सेवा दी है। यही नहीं वह श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का हिस्सा भी रह चुके है। करीब तीन सालों तक वे म्यांमार में स्थित भारतीय दूतावास में रक्षा प्रशिक्षक के रूप में काम कर चुके हैं.
नरवाने का अधिकतर समय ट्रेनिंग इकाइयों में भी बिता है। सैन्य अभियानों की अगवाई का उनके पास अनुभव नहीं है। सेना प्रमुख बनने के लिए यह सबसे जरुरी शर्त होती है। लेकिन फिर भी वरिष्ठा की वजह से उन्हें देश का अगला थल सेना प्रमुख बनाया गया है।
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जनरल मनोज मुकुंद को जम्मू कश्मीर में अपनी बटालियन की कमान प्रभावी तरीके से संभालने को लेकर सेना पदक मिल चुका है. उन्हें नगालैंड में असम राइफल्स (उत्तरी) के महानिरीक्षक के तौर पर उल्लेखनीय सेवा को लेकर ‘विशिष्ट सेवा पदक’ तथा प्रतिष्ठित स्ट्राइक कोर की कमान संभालने को लेकर ‘अतिविशिष्ट सेवा पदक’ से भी नवाजा जा चुका है. उन्हें ‘परम विशिष्ट सेवा पदक’ से भी सम्मानित किया गया है.