आईएसआई कश्मीरी युवाओं में आईएस जैसी कट्टरपंता पैदा करना चाहता है : ख़ुफ़िया विभाग ने गृह मंत्रालय को एक अहम रिपोर्ट सौंपी है जिससे इस बात का खुलासा हुआ है की पकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी ISI कश्मीरी युवाओं में is जैसे कट्टरता पैदा करने की फ़िराख में है।
सूत्रों के मुताबिक ISI ने कश्मीरी युवाओं को IS की विचारधारा की तर्ज पर आकर्षित करने के लिए मास्टरप्लान तैयार किया है। जिसके तहत कश्मीरियों को पाकिस्तान के साथ जोड़ने की साज़िश है। इस मास्टरप्लान के तहत कश्मीर घाटी में युवाओं को आतंक और पत्थरबाजी के लिए तैयार देने के लिए मोटीवेटर का भी प्रबध किया गया है।
इनके निशाने पर खासतौर पर 9वीं से लेकर 12वीं तक पढ़ने वाले छात्र हैं. यही नहीं, आईएसआई अलगाववादियों की नई टीम भी तैयार करने में जुटा है। पुराने अलगाववादी नेताओं की फंडिंग में कटौती हुई है। इस फंडिंग का बड़ा हिस्सा नए तैयार किए गए अलगाववादी ग्रुप को देने का प्लान किया गया है।
पकिस्तान कश्मीर घाटी से आधुनिक स्कूलों को ख़त्म कर वहाबी/ मज़हबी शिक्षा को बढ़ावा देकर कट्टरपंथियों की नई फौज खड़ी करने की कोशिश में है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक़ आईएसआई ने तकरीबन 2500 सक्रिय ओवरग्राउंड वर्कर्स की नई फौज तैयार की है जिनके ज़रिये वो घाटी को बर्बादी की आग में झोंकने के अपने एजेंडे को लागू करने की फ़िराक में है।
इनमें 1500 ओवर ग्राउंड वर्कर सिर्फ दक्षिण कश्मीर में सक्रिय है जहां स्कूलों को जलाने की सबसे ज्यादा घटना हुई हैं। 400 ओवर ग्राउंड वर्कर सेंट्रल कश्मीर में और तक़रीबन 600 उत्तरी कश्मीर में सक्रिय हैं।