नमस्कार दोस्तों, आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उत्तर प्रदेश में एक लाख 29 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकरों पर कार्रवाई की जा चुकी है। जी हां दोस्तों आप जान कर हैरानी होगी लेकिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लाउडस्पीकर (Loudspeaker) को उतारने में देश में मिसाल कायम की है। उत्तर प्रदेश में तकरीबन 1.29 लाख लाउडस्पीकर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई धार्मिक स्थलों से उतार दिए गए है या तो कुछ की आवाज कम की गई है। आपके मन में भी यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि धार्मिक स्थलों से उतारे गए लाउडस्पीकर का क्या कुछ हुआ? तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन लाउडस्पीकर को स्कूलों (Schools) और पब्लिक एड्रेस सिस्टम (Public Address System) के लिए भी सौंपा गया है।
उत्तर प्रदेश में एक 1.29 लाख से ज्यादा लाउडस्पीकरों पर हुई कार्रवाई, पढ़े रिपोर्ट!
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश में राज्यव्यापी अभियान के दौरान चलाकर विभिन्न धार्मिक स्थलों से 72,509 लाउडस्पीकर उतारे गए और 56,558 लाउडस्पीकरों की ध्वनि को नियंत्रित किया गया है, जिसमे से 13145 लाउडस्पीकरों को सदुपयोग के लिए स्कूलों को सौंप दिया गया है, और 1583 लाउडस्पीकरों को पब्लिक एड्रेस सिस्टम के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा।
UP’s Anti-Loudspeaker Drive
अगर आपको नहीं मालूम तो आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 23 अप्रैल 2022 को योगी आदित्यनाथ सरकार ने आदेश दिए थे कि सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाएंगे, जिसके बाद तेजी से कार्य शुरू किया गया था, जिसकी कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। कुछ जगह इस फैसले का विरोध भी किया गया था, तो कुछ जगह लाउडस्पीकर हटाने के बाद फिर दोबारा लगा लिए थे। जिसके बाद कड़ी कार्रवाई की गई। अब जिस प्रकार की रिपोर्ट सामने आ रही है देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि यह अभियान पूरी तरह से सफल रहा।
क्यों लिया गया यह फैसला ?
योगी आदित्यनाथ की सरकार ने यह फैसला धर्म के आधार पर नहीं लिया था बल्कि लाउडस्पीकर से हो रहे ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया था। आपको नहीं मालूम तो आपकी जानकारी ले बता दे कि कई साल पहले उच्च न्यायालय ने यह आदेश जारी कर दिया था, लेकिन इसका पालन नहीं कराया गया। सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का फैसला आपको कैसा लगता है? अपनी राय कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं। देश दुनिया से जुड़ी ताजा खबरें पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे हैं।