नमस्कार दोस्तों, लखनऊ से दिल दहला देने वाली घटना निकलकर सामने आई है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूपी की राजधानी लखनऊ में पत्नी और बेटी संग जहर खाकर आत्महत्या कर लिया है। लेकिन जेई के छोटे भाई ने सुसाइड नोट पर सवाल उठाए है, छोटे भाई का कहना है कि सुसाइड नोट में लिखी हुई लिखावट उनके भाई की नहीं है। प्रदेश पुलिस जेई शैलेन्द्र कुमार के पत्नी गीता और बेटी प्राची के साथ सामूहिक खुदकुशी मामले को अभी तक सुलझा नहीं पाई है, परिजनों को कहना है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि मर्डर है, तो चलिए जानते पूरा मामला क्या है ?
Je- Wife-Daughter Group Suicide Note in Lucknow UP
उसने बताया है कि सुसाइड नोट में लिखी हुई लिखावट भाई की नहीं है, उत्तर प्रदेश पुलिस में अब सुसाइड नोट में लिखावट की जांच के लिए ओलंपिक विशेषज्ञों के पास भेज दिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस मामले को बीते हुए 4 दिन हो चुके हैं लेकिन यूपी पुलिस को मोबीन, शैलेन्द्र और नरेन्द्र के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले है, परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले को रफा-दफा कर दिया है।
एक ही परिवार के 3 लोगो ने की आत्महत्या, भाई ने लगाया आरोप !
आपको बता दे की एसीपी विजय राज सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट में मिली लिखावट जेई की नहीं होने का आरोप छोटे भाई सत्येन्द्र ने लगाया है। भाई का कहना है कि सुसाइड नोट में लिखी हुई लिखावट बिल्कुल भी मैच नहीं करती, उनका यह जरूर कहना है की यह लिखावट पत्नी गीता औरबेटी प्राची की हो सकती है।
बीते 4 दिनों पहले उत्तर प्रदेश पुलिस को नलकूप विभाग में जेई के घर की तलाशी में एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें इस आत्महत्या का जिम्मेदार उन्होंने मोबीन, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, नरेन्द्र और संतोष शुक्ला को जिम्मेदार बताया था। साइड नोट के अलावा मोबाइल में भी कई कारण बताये गए है। पुलिस ने बताया कि संतोष को छोड़ तीनों खुद पुलिस के पास आए थे।
आरोपी कौन ?
4 दिन जांच-पड़ताल करने के बाद ऐसा कोई सबूत पुलिस के हाथ में नहीं लगा जिससे यह साबित हो सके कि उन्होंने आत्महत्या करने के लिए उन्हें मजबूर किया गया है। यही कारण है की मोबीन, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, नरेन्द्र और संतोष शुक्ला को उत्तर प्रदेश पुलिस ने छोड़ दिया है। आगे इस मामले में क्या होता आत्महत्या का सही कारण पता चल पाएगा या नहीं ? देश दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।