5000 और 10000 के नोट भी कभी चला करते थे भारत में : अचानक से 500 और 1000 रूपये के नोटों की वापसी होना कोई नयी बात नहीं भारत भी इस दौर को देखा है । 2016 से पहले सन 1946 और 1978 में भी सरकार ने 1000 के नोट वापस ले लिए थे। रिजर्व बैंक ने अब तक सबसे बड़ा नोट 1938 और फिर 1954 में 10,000 रुपए का छापा था।
लेकिन किसी कारन वर्ष इन्हें 1946 और 1978 में वापस ले लिया गया । जनवरी 1946 से पहले 1,000 और 10,000 रुपए के बैंक नोट प्रचलन में थे। इसके बाद 1954 में 1,000 रुपए, 5,000 रुपए और 10,000 रुपए के बैंक नोट जारी किये गए। इन सभी को जनवरी 1978 में वापस ले लिया गया।
नवंबर 2000 में एक हजार रुपए का नोट फिर जारी हुआ। इससे पहले अक्टूबर 1987 में 500 रुपए का नोट भी RBI द्वारा जारी किया गया था। तब महंगाई के मद्देनजर चलन में भारी संख्या में जारी नोटों को नियंत्रित करने के लिये इसे जारी करने को उचित ठहराया गया।
2000 रूपये का नोट जारी करना भारतवर्ष में एक इतिहासिक कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (9 नवंबर) मध्यरात्रि से 500 और 1,000 रुपए के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा कि 500 रुपए और 2,000 रुपए का नया नोट जारी किया जायेगा। ये नोट 10 नवंबर को ही जारी कर दिये जायेंगे।
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इससे पहले 1967 और 1992 अशोक स्तंभ के वाटरमार्क वाला 10 रुपए का नोट भी जारी किया गया था। 20 रुपए का नोट 1972 और 1975 के बीच, 50 रुपए का नोट 1975 और 1981 तथा 100 रुपए का नोट 1967 और 1979 के बीच जारी किया गया। इस दौरान जो भी बैंक नोट जारी किये गए उनपर वाटरमार्क में अशोक स्तंभ के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, भारतीय कला के विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति से जुड़े प्रतीकों को नोट में छापा गया।
वर्ष 1980 में ‘सत्यमेव जयते’ को राष्ट्रीय चिन्ह में पहली बार शामिल किया गया। अक्तूबर 1987 में पहली बार 500 रुपए का बैंक नोट महात्मा गांधी की तस्वीर और वाटरमार्क में अशोक स्तंभ के साथ जारी किया गया।