वर्ल्ड लंग कैंसर डे 2018: इलाज के बाद केवल 5 साल तक ही जीवित रह पाते है लोग: आज 1 अगस्त को वर्ल्ड लंग कैंसर डे (World Lung Cancer Day) मनाया जाता है| फेफड़ो कैंसर का मुख्य कारण धूम्रपान, गुटखा और सिगरेट का सेवन करना माना गया है| हर साल 1 अगस्त को वर्ल्ड लंग कैंसर डे के मौके पर देश-विदेश में कई प्रकार के जागरूकता अभियान चलाएं जाते है| वर्ल्ड लंग कैंसर डे के दिन कई कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है ताकि इसके बारे में अधिक से अधिक लोगों को जानकारी दी जा सके| कई सालों से विश्व फेफड़ा कैंसर दिवस को जा रहा है लेकिन विश्व स्वास्थ्य संस्थान यानि की वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल 76 लाख से भी अह्दिक लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे है|
वर्ल्ड लंग कैंसर डे 2018
सर गंगा राम अस्पताल (Sir Ganga Ram Hospital) के अनुसार ऐसा नहीं है की धूम्रपान करने वाले ही इसका शिकार होते है| धूम्रपान नहीं करने वाले लोग भी इस बीमारी से पीड़ित पाए गए है| डॉक्टरों की एक टीम ने साल 2012 से 2018 के बीच 150 से अधिक लोगों पर रिसर्च किया| अस्पताल में मौजूद फेफड़ो के सुर्जन अरविन्द कुमार ने जानकारी दी की इन मरीजों में से करीब 50 फीसदी वे लोग है जो धूम्रपान नहीं करते| 50 साल की उम्र से कम के ग्रुप में यह आंकड़ा 70 प्रतिशत पाया गया|
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उन्होंने आगे कहा की- फेफड़े के कैंसर से धूम्रपान करने वालों के साथ -साथ धूम्रपान नहीं करने वाले लोग भी शिकार हो रहे है| इसकी वजह बढ़ते वायु प्रदुषण को बताया गया है| फेफड़े के कैंसर की बीमारी बड़ी खतरनाक है| इससे पीड़ित व्यक्ति निदान के बाद केवल 5 साल तक ही जीवित रहने की उम्मीद रहती है| उन्होंने कहा की युवा पीढ़ी और महिलाओं में इसकी शिकायत से हम बड़े हैरान है|
उन्होंने कहा की- इसकी मुख्य वजह धूम्रपान है लेकिन वायु प्रदुषण की वजह से भी फेफड़े के कैंसर को बढ़ावा मिल रहा है|
फेफड़े के कैंसर के लक्षण-
1. छाती में दर्द
2. छोटी सांसे लेना और हमेशा कफ रहना
3. चेहरे और गर्दन पर सूजन
4. थकान, सिर दर्द, हड्डियों में दर्द
5. गले का बार-बार बैठना और वजन कम होना
फेफड़े के कैंसर से बचाव के तरीके
1. पैसिंव स्मोकिंग से बचें. (सिगरेट के धुएं से खुद को बचाएं)
2. सिगरेट ना पीएं
3. फल और सब्जियां खाएं
4. रेगुलर एक्सरसाइज करें
5. सेकेंड हैंड स्मोकिंग से बचें