प्रशांत चंद्र महालनोबिस की 125वीं जयंति पर गूगल ने डूडल बना किया याद, जानिए! इनके बारे में कुछ बातें: भारत के महान सांख्यिकीविद और वैज्ञानिक प्रशांत चंद्र महालनोबिस की 125वीं जयंती पर गूगल ने अपने डूडल पर उन्हें कुछ अलग ही अंदाज में याद किया है| बता दें की प्रशांत चंद्र महालनोबिस जी को उनके सांख्यिकी की फील्ड में दिए महान योगदान के लिए याद किया जाता है| आज 29 जून को देश उनका 125वां जन्मदिवस मना रहा है| महालनोबिस की जयंति के अवसर पर हम इस आर्टिकल के माध्यम से उनसे जुड़ी कुछ बाते शेयर करे जा रहे है|
प्रशांत चंद्र महालनोबिस
1. प्रशांत चंद्र महालनोबिस (Prasanta Chandra Mahalanobis) का जन्म 29 जून, 1893 को कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) में हुआ था| उनकी शुरूआती शिक्षा ब्राम्हो बॉयज स्कूल कोलकाता से हुई|
2. 1913 में उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से भौतिकी और गणित दोनों विषयों से डिग्री प्राप्त की| वह एकमात्र स्टूडेंट थे, जिसने भौतिकी में पहला स्थान प्राप्त किया था|
3. कैंब्रिज छोड़ने के बाद वह प्रेसिडेंसी कॉलेज, कोलकाता से जुड़ गए, जहां उन्होंने सांख्यिकी पढ़ने की शुरुआत की|
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4. प्रशांत चंद्र महालनोबिस ने प्रेमाथा नाथ बनर्जी, निखिल रंजन सेन और आरएन मुखर्जी के साथ मिलकर 17 दिसंबर 1931 को भारतीय सांख्यिकी संस्थान (Indian Statistical Institute) की नीव रखी|
5. प्रशांत चंद्र महालनोबिस को पंचवर्षीय योजना के अपने मसौदे के कारण याद किया जाता है|
6. साल 1949 में मंत्रिमंडल के सांख्यिकी सलाहकार बनाए गए| उन्होंने औद्योगिक उत्पादन की तीव्र बढ़ोतरी के जरिए बेरोजगारी को खत्म करने के लिए सराकार के प्रमुख उद्देश्य को पूरा करने के लिए योजना का एजेंडा बनाया|
7. प्रशांत महालनोबिस दूरी का पता लगाने के लिए सबसे ज्यादा मशहूर हुए थे|
8. महालनोबिस ही ‘सैंपल सर्वे’ का कॉनसेप्ट लेकर आए थे| जिसके आधार पर आज के समय में बड़ी-बड़ी नीतियां और योजनाएं बनाई जा रही हैं|
9. साल 1968 में महालनोबिस को पद्म विभूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया|
10. 28 जून, 1972 को महान सांख्यिकीविद प्रशांत चंद्र महालनोबिसउन का निधन हो गया|