इन दिनों भारत में सबसे अधिक यही सवाल उठ रहा है की कौन भारत का नागरिक है और कौन नागरिक नहीं है ? इसी बिच अब UIDAI ने स्पष्ट किया है की आधार कार्ड (Aadhar Card) नागरिकता का प्रमाण नहीं है। इसके अलावा बताया जा रहा है की कि UIDAI के ऑफिस से किसी भी घुसपैठ करने वाले या अवैध रूप से भारत में घुसने वाले को अपनी नागरिकता सिद्ध करने के लिए नोटिस नहीं भेजे जा रहे हैं। कुछ मामले ऐसे सामने आये है गलत तरीके से गलत कागजातों की सहायता से आधार कार्ड बनाये गए है। जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है। बता दे की यह पहला मामला हैदराबाद से सामने आया है।
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हैदराबाद पुलिस ने होनी रिपोर्ट में बताया है की 127 मामले ऐसे थे, जो भारत में आवेद तरीके से आये है, हैरान करने वाली बात तो यह रही इन सब के पास आधार कार्ड पाया गया है। आधार कार्ड के लिए एक एक्ट बनाया गया है वह आधार कार्ड जो गलत तरह सेबनाये गए है, या फिर गलत तरीके से जाल साझी के साथ बनाये गए है उन्हें कैंसिल किया जा सकता है। इस एक्ट में बताया गया है की आधार भारत के नागरिक होने का पहचान पत्र नहीं है।
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सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने इस पुरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, स्पष्ट किया है की गलत तरीके और अवैध तरीके से भारत में आए लोगों को आधार न दिया जाये, और जिन्होंने अवैध तरीके से भारत में एंट्री की है और अवैध तरीके से आधार कार्ड बनवाये है। उन सभी को रीजनल ऑफिस में बुलाया जाये। ताकि पुष्टि की जा सके की क्या सच है, और वह भारतीय होने का प्रमाण पेश कर सके। कुल 127 ऐसे मामले सामने आये है जिन्हे पेश होने के लिए 20 फरवरी का समय दिया गया है। अब देखना होगा की क्या निकल कर सामने आता है। देश और दुनिया की ताज़ा खबरे जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।