उरई हमले की जाचं पूरी होने तक ब्रिगेड कमांडर को हटाया गया : उरई सेक्टर में जब हमला हुआ तो उस आतंकी हमले ने पूरे देश को झिंझोड़ के रख दिया। हलाकि उस हमले के बाद हमें जवाबी कार्रवाई करने में समय लगा लेकिन हमारी सेना ने भी इस अटकी हमले का मुहतोड़ जवाब दिया, LOC पार करके 30 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया। सारे देश ने हमारी सेना द्वारा उठाये गए इस कदम की सराहना कर रहा है।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही उठता है की आखिर उरई सेक्टर के बेस की सुरक्षा में कहा कमी रह गयी जिसकी वजह से वोह ४ आतंकी बेस में घुसने में कामयाब हो गए और इतनी बड़ी साजिश को अंजाम दे दिया। आपको बता दें की इस मुद्दे पर जांच चल रही है और जाँच पूरी होने तक उरई के ब्रिगेड कमांडर को पद से हटा दिया गया है। उरई के हमले के बाद ये पहले बेहद ही एहम कदम उठाया गया है।
मनोहर पर्रिकर का भी ये कहना था की हमें देखना होगा की हमसे कहा पर चूक हुई है और ये सुनिश्चित भी करना होगा की आगे भी ऐसी चूक न हो। शुरूआती जांच में ये पाया गया है की जिस कैंप में हमला हुआ वहां पर सुरक्षा ठीक ढंग से नहीं की गयी थी ? और एक बड़ा सवाल सामने आ है की loc से इतना सटे होने के बावजूद इस कैंप में सही सुरक्षा के इंतज़ाम क्यों नहीं किये गए ? क्यों सैनिकों को बहार टेंट में सुला दिया गया जबकि उनको अंदर बेस में होना चाहिए था ?
सुरक्षा में इन कमियों को मद्देनजर रखते हुए उरी सेक्टर के ब्रिगेड कमांडर को पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह नए ब्रिगेड कमांडर ने जगह ली है।