कमलेश तिवारी हत्याकांड Live Updates: यूपी पुलिस ने किया 24 घंटे में केस सुलझाने का दावा, इस वजह से हुई थी हत्या यूपी पुलिस ने हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी मर्डर केस को 24 घंटे के भीतर ही सुलझा लेने का दावा कर रही है। पुलिस के अनुसार कमलेश तिवारी हत्याकांड का मुख्य आरोपी रशीद पठान है। शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया की इस मामले में अब तक 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है। यह तीनों ही लग इस हत्याकांड में शामिल थे। जिनकी पहचान रशीद अहमद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान. रशीद अहमद पठान 23 साल है।
कमलेश तिवारी हत्याकांड Live Updates
यूपी पुलिस की माने तो रशीद पठान को कंप्यूटर की अच्छी जानकारी है लेकिन वह पेशे से दर्जी का काम करता है। इस मामले में हिरासत में लिए दूसरे व्यक्ति मौलाना मोहसिन शेख जिसकी उम्र 24 साल है, यह एक साड़ी की दुकान में काम करता है। तीसरे व्यक्ति का नाम फैजान है जो 21 साल का गुजरात के सूरत में रहता है। फैजान जूते की एक दुकान में काम करता है।
#WATCH Uttar Pradesh DGP, OP Singh on Hindu Samaj Party leader #KamleshTiwari‘s murder: During the initial interrogation they (accused detained by Gujarat ATS) have accepted that they were involved, and that all three are linked to the case in some manner. pic.twitter.com/KdcX2FzmDZ
— ANI (@ANI) October 19, 2019
Kamlesh Tiwari Murder Case
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि घटनास्थल से जो मिठाई का डिब्बा मिला वो अहम सुराग साबित हुआ. उन्होंने कहा कि कल कुछ अहम सुराग मिले थे जिस पर हमें विश्वास था कि हम जल्द इस केस का खुलासा कर लेंगे. उन्होंने कहा कि जो सूचनाएं और क्लू मिले उस पर हमने टीम गठित कर उन्हें एक्शन पर लगाया. उन्होंने कहा कि पुलिस को शुरू से ही शक था कि इस हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े हुए हैं. डीजीपी ओपी सिंह ने बताया की इस घटना में पूछताछ के लिए पकड़े गए 2 अन्य लोगों को शुरुआती पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी. बदमाशों ने कमलेश तिवारी को उनके दफ्तर में चाकूओं से हमला किया था. घटना की जानकारी मिलते ही उन्हें तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, भगवा वस्त्र पहने हमलावर मिठाई का डिब्बा देने के बहाने खुर्शीद बाग इलाके में स्थित कमलेश तिवारी के कार्यालय में आए थे. मौका देखते ही बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया. तिवारी को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
कमलेश तिवारी पर पैगंबर मुहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी करने का आरोप था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया था. हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने उनके खिलाफ एनएसए रद्द कर दिया था. लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है.