नमस्कार दोस्तों, श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट को 100 दिनों से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन श्रीलंका में स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है बल्कि यह और ज्यादा खराब होती हुई नजर आ रही है। वही खबर निकल कर सामने आई है कि चीफ जस्टिस जयंत जयसूर्या ने संसद भवन परिसर में श्रीलंका के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesingh Sri Lanka President) को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई है। आपको बता दे वह श्रीलंका में 8वें राष्ट्रपति बने है।
Sri Lanka Crisis | श्रीलंका की सड़को पर मचे हाहाकार की 6 तस्वीरें!
Ranil Wickremesingh Sri Lanka President News
श्रीलंका में चल रहे घोर आर्थिक संकट के दौरान अनुभवी नेता रानिल विक्रमसिंघे ने गुरुवार को आठवें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। 73 वर्षीय विक्रम सिंह जी को चीफ जस्टिस जयंत जयसूर्या ने संसद भवन परिसर में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। श्रीलंका मैं बुधवार को राष्ट्रपति पद के चुनाव में रानिल विक्रमसिंघे को जीत मिली थी। अब उनके सामने देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने की चुनौती है और इसके साथ ही देश में चल रहे व्यापक प्रदर्शन को भी शांत करने की जिम्मेदारी है।
गोटाबाया राजपक्षे के बाद बने थे कार्यवाहक राष्ट्रपति
श्रीलंका के चल रहे हैं आर्थिक संकट के बीच वहां के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर चले गए। जिसके बाद गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफा देने के बाद और रानिल विक्रमासिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। इसके साथ ही वह 6 बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में भी चुने जा चुके हैं और अब देश के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद उन पर देश को आर्थिक संकट से उबारने की जिम्मेदारी है और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ चल रही है वार्ता को जारी रखने की उम्मीद की जा रही है।
राष्ट्रपति चुनाव में जीते है
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे इस्तीफा देने के बाद मैं राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराए जिसमें 225 सदस्य संसद में रानिल विक्रमसिंघे को 134 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी एवं सत्तारूढ़ दल के नेता डलास अल्हाप्पेरुमा को 82 वोट मिले हैं। आपको बता दे श्रीलंका में पहली बार राष्ट्रपति पद का मुकालबा 3 उम्मीदवारों के बीच हुआ, जिसमे तीसरे उम्मीदवार के रूप में वामपंथी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) के नेता अनुरा कुमारा दिसानायके भी शामिल थे।
Who Is Ranil Wickremesingh in Hindi
श्रीलंका के प्रभावी सिंगली परिवार में जन्मे रानिल विक्रमसिंघे पेशे से एक वकील है। मात्र 28 वर्ष की उम्र में वह उप विदेश मंत्री पद पर आसीन हो गए थे। उनके काम करने की क्षमता नहीं कई नेताओं को प्रभावित किया। वह 7 मई 1993 को पहली बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में भी नियुक्त किए गए।
Sri Lanka Crisis in Hindi | श्रीलंका अब दिवालिया हो चुका है, जाने इसके पीछे का कारण ?