गायक रमेश हसन का 73 साल की उम्र में निधन: साउथ अफ्रीका में भारतीय समुदाय के संगीतकार और गायक रमेश हसन है निधन हो गया| बता दें की हसन को देश में हिन्दू-मुस्लिम एकता का बड़ा चेहरा मन जाता था| रमेश हसन का निधन 73 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई|
जन्म के समय रमेश हसन का नाम हसन सैब था, जिसे उन्होंने बाद में बदलकर रमेश हसन कर लिया| उन्होंने ऐसा साउथ अफ्रीका में रह कर हिन्दुओ और मुस्लिमों के बीच सौहार्द पैदा करना चाहते थे| हसन ने महज 14 साल की उम्र से ही प्रस्तुति देना शुरू कर दी थी| उन्होंने एल्विस प्रेसली और क्लिफ रिचर्ड जैसे संगीतकारों के फेमस गानों को अपने तरीके से गाया| उन्होंने हिंदी , तमिल , तेलुगु , गुजराती और उर्दू तथा देशज भाषाओं गाने गाए|
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नब्बे के दशक की शुरुआत में रमेश हसन अपने एक गीत के मशहूर होने की वजह से घर-घर में पहचाने जाने लगे थे| यह गीत इस बारे में था कि उनकी पत्नी जब अपने पति को किसी अन्य लड़की के साथ देखती है तो तमिल भाषा में किस तरह प्रतिक्रिया देती है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका का टूर किया और उस समय दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े मनोरंजन स्थल सन सिटी में शो करने वाले वह पहले स्थानीय भारतीय कलाकार बने।
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इतने दशक बीत जाने के बाद भी उन्हें गानों का क्रेज खत्म नहीं हुआ है| भारतीय शादियों में आज भी उनके गाने बजाय जाते है| साउथ अफ्रीका में हर भारतीय संगीतकार की तरह वे भी कार्यक्रमों पर निर्भर नहीं रह सकते थे यही वजह है की उन्होंने बिज़नेस भी शुरू किया लेकिन कई वजहों से वह दिवालिया हो गए|