नमस्कार दोस्तों, विदेश से एक ऐसी हैरान करने वाली घटना सामने आई है जिसके बारे में शायद ही किसी ने विचार किया होगा। एक ब्रिटिश व्यक्ति ने एक पेंशनभोगी के शव को दो साल तक फ्रीजर में रखे रखा, इस आरोप को आरोपी स्वीकार कर लिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की 71 वर्षीय जॉन वेनराइट का सितंबर 2018 में निधन हो गया था, लेकिन उनके शरीर को 22 अगस्त, 2020 को फ्रीजर में रखा गया। इसके लिए 52 वर्षीय डैमियन जॉनसन को दोषी ठहराया गया है।तो चलिए विस्तार में पूरा मामला जानते है।
पेंशनभोगी के शव को दो साल तक फ्रीजर में रखा, उसके पैसे की शॉपिंग; जानिए फिर क्या हुआ?
डेमियन जॉनसन पर पेंशनभोगी के बैंक डिटेल का इस्तेमाल करके खरीदारी और नकदी निकालने का आरोप लगाया जा रहा है। हालांकि, उसने इन तीनों मामलों से इनकार किया है और यह दावा किया है कि उसने जो भी पैसे वेनराइट के खाते से निकाले थे, वे तकनीकी रूप से उसके ही थे।
अभी जो जानकारी सामने आइ है उसके मुताबिक वेनराइट की मृत्यु का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन खबरों का मुताबिक यह अपराध तब हुआ जब दोनों बर्मिंघम के डाउनटाउन क्लीवलैंड टॉवर, होलीवेल हेड के एक फ्लैट में रह रहे थे।’इंडिपेंडेंट’ की रिपोर्ट के अनुसार, 52 वर्षीय जॉनसन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है। उस पर आरोप लगा कि उसने वेनराइट के बैंक कार्ड के जरिए पैसे निकाले, खरीदारी के लिए उन्होंने इसी पैसे का इस्तेमाल किया, और कुछ पैसो को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया। यह सब 23 सितंबर 2018 से 7 मई 2020 के बीच किया गया।
इस पूरे अजीबोगरीब मामले की सुनवाई कर रहे जज शौन स्मिथ ने जॉनसन को बताया कि वह सात नवंबर को ट्रायल का सामना करेंगे। जज द्वारा यह पूछे जाने पर कि जॉनसन का बचाव क्या होगा, रागलान एश्टन ने कहा कि वह बेईमानी से काम नहीं कर रहा था। वह वेनराइट के खाते में धनराशि का हकदार था। दरअसल, व्यवस्था यह थी कि पैसों का भुगतान वेनराइट के खाते में संयुक्त रूप से किया जाएगा, इसलिए वेनराइट के खाते में उसका भी पैस था और वह उसका हकदार था। अभी डैमियन जॉनसन को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।