रियो पैरालंपिक में देवेंद्र ने रचा इतिहास, जीता स्वर्ण पदक : रियो में चल रहे पैरालंपिक में एक बार हमारे देश के खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया, ने जेवलिन थ्रो में अपने हुनर का प्रदर्शन हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। भारत की तरफ से 2 ओलिंपिक मैडल जीतने वाले ये एकलौते खिलाड़ी बन गए हैं। 2004 में भी अपने, इसी हुनर का प्रदर्शन करते हुए एथेंस में इन्होंने स्वर्ण पदक जीत था। रियो पैरालंपिक के उद्घाटन समारोह में देवेंद्र ही भारत के ध्वजवाहक थे। वे तिरंगा लेकर शान मार्च कर रहे थे रहे थे और अब स्वर्ण जीतकर इन्होंने पूरे भारतवर्ष का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है।
देवेंद्र झाझरिया राजस्थान के चूरू के रहने वाले हैं। देवेंद्र के इस मेडल के साथ भारत ने इस ओलिंपिक में 4 मेडल (2 गोल्ड, एक सिल्वर और एक गोल्ड) जीत लिए हैं। आपको बता दें कि जैवलिन थ्रो का वर्ल्ड रेकॉर्ड भी इनके नाम है।रेलवे के पूर्व कर्मचारी झाझरिया अब स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ काम करते हैं। झाझरिया को द्रोणाचार्य अवॉर्डी आरडी सिंह कोचिंग देते हैं। उन्हें 2012 में पद्म श्री मिला।देवेंद्र झाझरिया के इस अद्दम्य सहास को हमारा सलाम।
पैरालंपिक में भारत से 19 सदस्यीय दल हिस्सा लेने पहुंचा है। रंगारंग कार्यक्रमों से शुरु हुए रियो पैरालंपिक में व्हील चेयर एथलीट आरोन व्हील्ज ने शानदार स्टंट्स से चार चांद लगा दिया था। ब्राजील की संस्कृति और दुनिया के 159 देशों के पैराएथलीटों की परेड से माराकाना स्टेडियम जगमगा उठा था।