चीन के इतिहास में पहली बार प्रति व्यक्ति GDP 10 हजार के पार: आज दुनिया के एक ऐसे देश से जुड़ी खबर लेकर आए है जो कभी गरीबी,अधिक जनसंख्या जैसी कई परेशानी से ग्रसित था लेकिन आज उसका परचम दुनियाभर में है। दुनिया के नक़्शे पर यह देश धीरे-धीरे अपनी पैठ बनाता जा रहा है और इस देश ने एक ओर बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। उसकी सीमाएं भारत सहित कई देशों से लगती है। जब जब विकसित देशों के विकास की बात होती है तो इस देश का सबसे ऊपर रखा जाता है। हम इस आर्टिकल में बात करने वाले है चीन की जिसने एक ओर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वह उपलब्धि क्या है? इसके बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़े-
चीन की आबादी दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले काफी ज्यादा है। इतनी ज्यादा आबादी के होने के बावजूद चीन का प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी 2019 उसके इतिहास में पहली बार दस हजार डॉलर को पार किया है। चीन की जीडीपी के ऑफिसियल आंकड़े शुक्रवार को जारी किए गए। जिसमें यह बात निकलकर सामने आई है।
चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के निदेशक निंग चिझे ने कहा कि 2019 में चीन का प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 10,276 डॉलर तक पहुंच गया। यह गणना औसत विनिमय दर पर की गयी है.
इस दौरान उन्होंने कहा की हमारे देश की आबादी 140 करोड़ है और हमारा प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद दस हजार डॉलर के आंकड़े को पार कर जाना एक बड़ी बात है। चीन ऐसे ही दुनिया के विकास में अपना योगदान देता रहेगा।
आंकड़ों के अनुसार 2019 में चीन की प्रति व्यक्ति व्यय योग्य आय 30,733 युआन (4,461.95 डॉलर) रही जो वास्तविक आधार पर 5.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है. इसी तरह देश में प्रति व्यक्ति उपभोक्ता व्यय वास्ताविक आधार (स्थिर मूल्य) पर 5.5 प्रतिशत बढ़कर 2019 में 21,559 युआन (3143.44 डॉलर) रहा.
आपको बता दें की चीनी सरकार ने साल 2020 में अपनी शहरी और ग्रामीण इलाकों में रहने वाली आबादी की प्रति व्यक्ति आय को साल 2010 की अपनी प्रति व्यक्ति आय से दुगना करने का लक्ष्य रखा है। चीन अपने देश के लोगों की भलाई और उनके विकास के लिए लगातार कार्य कर रहा है। जिसके नतीजे भी दिखने लगे है। चीन की लगातार प्रगति से वहां के आम जनजीवन के रहन सहन में काफी बदलाव आया है और उसका स्तर भी पहले के मुकाबले अच्छा हुआ है।
वर्ल्ड बैंक की साल 2018 की रिपोर्ट के अनुसार दस हजार डॉलर से अधिक की जीडीपी हासिल करने वाले देशों की कुल आबादी 150 करोड़ थी।