विश्व कप 2019: फिक्सिंग न होने पाए इसलिए आईसीसी ने उठाया यह बड़ा कदम- इंग्लैंड एंड वेल्स में होने जा रहे आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 क फिक्सिंग और भ्रष्टाचार दूर रखने के लिए आईसीसी ने बड़ा कदम उठाया था| क्रिकेट विश्व कप में भाग लेने वाली हर एक टीम के साथ अधिकारी (Anti-Corruption Officer) नियुक्त करने का निर्णय लिया है| जो भ्रष्टाचार संबंधी गतिविधियों पर नजर रखेगा| अंग्रेजी अखबार ‘द टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी हर टीम के साथ भ्रष्टाचाररोधी अधिकारी नियुक्त करेगी. ऐसा पहली बार होगा कि हर टीम को अलग से भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी दिया जाएगा|
रिपोर्ट के मुताबिक, “इससे पहले आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई खुद मैच स्थल पर मौजूद रहती थी| इसके कारण टीम को कई अधिकारियों से रूबरू होना पड़ता था| अब एक अधिकारी टीम के साथ रहेगा जो अभ्यास मैच से टूर्नामेंट के खत्म होने तक टीम के साथ हमेशा रहेगा| वह टीम के साथ उसी होटल में भी रुकेगा जिसमें टीम रुकी है| साथ ही हर जगह टीम के साथ सफर करेगा और अभ्यास सेसन के दौरान भी टीम के साथ रहेगा.” टीम के साथ रहने से अधिकारी किसी भी संदिग्ध स्थिति को भांपने की ज्यादा अच्छी स्थिति में होगा क्योंकि वह टीम के साथ और बैक-रूम स्टाफ के करीब रहेगा|
यह निर्णय एंटी करप्शन यूनिट की खेल को फिक्सिंग जैसी बुराई से बचाने के लिए अपनाई गई रणनीति का हिस्सा है| बता दें की क्रिकेट विश्व कप २०१९ का आयोजन 30 मई से इंग्लैंड एवं वेल्स की संयुक्त मेजबानी में होने जा रहा है|
गौरतलब है कि आईसीसी ने क्रिकेट को पाक साफ रखने के लिए काफी सक्रिय है। आईसीसी ने शनिवार को श्रीलंका के परफोरमेंस विश्लेषक सनत जयसुंदारा को आईसीसी भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लघंन के दो अपराधों के लिये आरोपित किया था। जयसुंदारा को तुरंत प्रभाव से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया।
उन्हें आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.1.3 और 2.1.1 के अंतर्गत आरोपित किया गया था। भ्रष्टाचार रोधी संहिता की जांच में बाधा पहुंचाने या देरी कराने के लिये उन्हें धारा 2.4.7 के अंतर्गत भी आरोपित किया गया है। जयसुंदारा को 14 दिन के अंदर इन आरोपों का जवाब देना है।