सुप्रीम कोर्ट ने हटाया तेज गेंदबाज श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध: सुप्रीम कोर्ट ने टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज श्रीसंत को आज बड़ी देते हुए बीसीसीआई के द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबन्ध को हटा दिया है| अदालत ने आजीवन प्रतिबंद के फैसले पर बीसीसीआई को फिर से विचार करने की सलाह दी है| कोर्ट ने बीसीसीआई को इस मामले पर तीन महीने के अंदर निर्णय लेने को कहा है| श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंद खत्म कर दिया गया ,लेकिन वे अब भी क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे| दलित ने बीसीसीआई को श्रीसंत का पक्ष भी सुनने को कहा है| इस मामले की सुनवाई कर रहे जजों ने कहा की आजीवन प्रतिबंध का फैसला काफी ज्यादा है| अदालत के इस फैसले पर श्रीसंत ने खुशी जाहिर की है|
साल 2013 में आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के मामले में श्रीसंत का नाम सामने आया था| हालांकि पुलिस जाँच में उन्हें क्लीन चिट मिल गई थी, लेकिन बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था| इसके बाद केरल हाइकोर्ट की एकल जज बेंच ने प्रतिबंध हटाया था। लेकिन बीसीसीआई की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करते हुए केरल हाई कोर्ट ने अपने फैसले को पलट हुए एक बार फिर प्रतिबंध लगा दिया।
A bench of the Supreme Court, headed by Justice Ashok Bhushan, asked the BCCI to decide afresh on the point of quantum of punishment given to S Sreesanth https://t.co/tYPkyXTX59
— ANI (@ANI) March 15, 2019
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद श्रीसंत ने कहा की वे फिर से मैदान में उतरने के लिए बेताब है| अब इस पर बीसीसीआई को 90 दिनों के अंदर फैसला लेना है| लेकिन यह काफी है जब मैंने इतना लंबा इंतजार किया है तो तोडा ओर सही| मैं लिएंडर पेस को आदर्श मानता हूं। जब वो 45 साल की उम्र में ग्रैंडस्लैम खेल सकते हैं। नेहरा 38 साल की उम्र में वर्ल्डकप खेल सकते हैं तो मैं क्यों नहीं मैं तो केवल 36 साल का हूं। मेरी प्रैक्टिस जारी है। जब उनसे यह सवाल किया गया की लंबे समय बाद मैदान पर वापसी करना क्या आपके लिए आसान होगा? तो उन्हें कहा की जब किसी खिलाड़ी को चोट लगती है तो वह 2-3 साल बाद भी खेल दूर रहना पड़ता है|