नमस्कार दोस्तों, जैसे आपने सुना होगा बिता हुआ समय वापस नहीं आता उसी तरह बीती हुई जवानी, बीती हुई उम्र भी वापस नहीं आती है। उम्र समय के साथ निरन्तर बढ़ती रहती है। यह जीवन आपको एक ही बार मिलता आप इसे कैसे जीते है यह आप पर निर्भर करता है। हमारी बढ़ती हुई उम्र कोई समयस्या नहीं अपितु यह तो जीवन का कठोर सत्य है, इसलिए हमें कभी इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए अपितु इसे एन्जॉय करना चाहिए। इस बढ़ती उम्र के साथ हमारा ज्ञान और अनुभव भी बढ़ता जाता है, इसलिए हमेशा हमें अपने बुजुर्गो का सम्मान करना चाहिए, उनसे सीखना चाहिए। आज हम आपको इस लेख में बुढ़ापे को एन्जॉय और बेहतरीन बनाने के लिए Old Age Shayari , Quotes, Image आदि दिए जा रहे है।
Old Age Shayari Status Quotes Caption in Hindi
बढ़ती उम्र के साथ हमारे जीवन में भी बदलाव आ जाता है। हमारे शारीरिक क्षमता में कमी आ जाती है, हमारे दैनिक कामकाज बदल जाते है, जिम्मेदारियां बढ़ जाती है और इसमें कुछ गलत भी नहीं है, यह जीवन का कटु सत्य है जिसे हम सभी को समझ जाना चाहिए। गुजरते समय और लगातार बढ़ती उम्र पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता है। इसी लगातार बढ़ती उम्र के हर पल का आनंद उठाने के लिए आपको इस लेख में उम्र पर शायरी स्टेटस और इमेज ( Age Quotes, Status And Images) दिए जा रहे है।
Old is Gold Shayari Quotes Status in Hindi | ओल्ड इज गोल्ड शायरी स्टेटस कोट्स
तारीखों में धीरे-धीरे व्यतीत हो रहे है हम,
आज है लेकिन हर पल अतीत हो रहे हम.जो ना सोचों बुढ़ापे में
वही फ़साने होते है,
शरीर कमजोर होकर बीमार होता है
और आँसू भी छुपाने होते है.सिर्फ जिस्म ही तो बूढ़ा हुआ है,
साहब भूख तो जवान है,
पेट तो भरना ही है जब
तक जान में जान है.चेहरे की झुर्रियों से उम्र का पता चलता है,
वरना दिल से दुनिया में कौन बूढ़ा होता है.पहले बड़ी आयु वाले का सम्मान होता था,
अब बड़ी आय वाले का सम्मान होता है.
बुढ़ापा (वृध्दावस्था) शायरी स्टेटस कोट्स कैप्शन इन हिंदी
उम्र बिता दिया हमने बच्चों का फ़िक्र करने में,
बच्चे अब व्यस्त है हमारे कमियों का जिक्र करने में.जब इंसान के शरीर में बुढ़ापा और रोग बढ़ता है,
तब संतान के लायक-नालायक होने का पता चलता है.क्या पता औलाद काम आये ना आये
बुढ़ापे के लिए कुछ पैसे बचाकर रखना।मेरे-दिल में ये बात हर रोज आती है,
यह बुढ़ापा भी हमे क्या-क्या सिखाती है.एक उम्र के बाद बीते हुए उम्र की बातें याद आती है,
अफसोस कि वह उम्र, उम्र भर लौट कर नहीं आती है.
वृद्धावस्था की समस्या
वृद्धावस्था की समयकाल 50 वर्ष के बाद माना जाता है। वृद्धावस्था के समय काफी समस्याऐ भी आ सकती है। वृद्ध लोगो को अपने बच्चो से शारीरिक, नैतिक, वित्तीय और भावात्मक सहारे की जरुरत होती है, लेकिन वे अपने जीवन की समस्या में ही उलझे रहते है जिसे वो अपने बुजुर्ग माता-पिता की ज़रूरतों पर ध्यान नहीं देते है, जिसे उनका जीवन कष्टदायक हो जाता है। जिन वृद्ध व्यक्तियों की आय का कोई स्त्रोत नहीं होता है, उनकी स्थिति और भी दयनीय है, उनका ध्यान कोई नहीं रखना चाहता है।
यदि ये सयुंक्त परिवार में रहते है तो कोई भी उनके देखभाल की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता है। यदि किसी परिवार में दो या उसे अधिक पुत्र रहते है तो कोई भी एक साथ माता-पिता के पोषण की जिम्मेदारी एक साथ नहीं लेने को तैयार होता है। माता-पिता का बँटवारा कर दिया जाता है। हमे ऐसा नहीं करना चाहिए हमें उनकी देखभाल करनी चाहिए जिस तरह -पिता बचपन में हमारी देखभाल करते है, बुढ़ापे में हमे उनका सहारा बनाना चाहिए।