नमस्कार दोस्तों, कानपुर से एक विवाद निकल कर सामने आया है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की कानपुर के एक प्राइवेट स्कूल से शर्मनाक करतूत सामने आयी है, जो अब विवाद का कारण बन रही है। बता दे की फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल (Florets International School) प्रबंधन पर आरोप है कि वो अपने बच्चों को सुबह की प्रार्थना के बाद कलमा पढ़ाता है, छोटे-छोटे बच्चों को कलमा याद करने के लिए कहां जाता है। इस घटना के सामने आने के बाद बच्चो के परिजनों ने स्कूल के खिलाफ जमकर हंगामा किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सोमवार को जब स्कूल खोला गया तो पुलिस ने मैनेजमेंट से पूछताछ की, जिसके बाद विद्यालय में केवल राष्ट्रगान हुआ इसके बाद कलमा नहीं पढ़ाया गया, इस घटना के बाद बच्चो के परिजनों और संगठनों के बीच काफी आक्रोश है। तो चलिए पूरा विवाद विस्तार में जानते है।
kanpur Florets International School Controversy News in Hindi
विवाद इस कदर बढ़ चूका है की चारो और इसकी आलोचना की जा रही है, स्कूल में कलमा पढाये जाने के विरोध में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने भी आक्रोश व्यक्त करते हुए, स्कूल के खिलाफ प्र्दशन किया और अभिभावकों के साथ शिकायत की आवाज बुलंद की। विवाद के बढ़ने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और उच्च अधिकारियो ने किसी तरह बजरंग दल कार्यकर्ताओं और पेरेंट्स को किसी तरह शांत करवाया, और आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इसके बावजूद अब हिंदू संगठन स्कूल के शुद्धिकरण और तालाबंदी के जिद पर अड़ गए, इस पूरे विवाद पर एसीएम का कहना है कि अगर कोई अभिभावक लिखित शिकायत देता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर के पी रोड स्थित #Florets_international_School में प्रेयर के साथ कलमा पढ़ाए जाने पर बवाल खड़ा हो गया … हिंदू संगठनों ने स्कूल में गंगा जल का छिड़काव कर प्रबंधन से माफ़ी मांगने को कहा है। pic.twitter.com/yCNikwGDRL
— Media Break News (@MediaBreakNews) August 1, 2022
छोटे-छोटे बच्चों को टीचर पढ़ा रहे थे कलमा, जाने पूरा मामला!
जब पुलिस और पेरेंट्स ने स्कूल से इस बारे में पूछा तो स्कूल की प्राचार्य का कहना है कि स्कूल की डायरी में सभी धर्मों की प्रातः वंदना है, जिसे सभी बच्चों को कराया जाता है यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो पिछले कई वर्षों से चलती आ रही है, और इस पर अभी किसी भी पेरेंट्स ने आपत्ति नहीं जताई। मामले की गंभीरता देखते हुए स्कूल प्रशासन ने फैसला लिया है और बच्चों के परिजनों को आश्वासन दिया है भविष्य में स्कूल में किसी भी तरह की प्रार्थना नहीं होगी बल्कि सिर्फ राष्ट्रगान बच्चों को प्रार्थना होंगी।
आपको बता दें कि यह बेहद चिंता का विषय है कि देश के अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग विद्यालय से इस प्रकार की घटनाएं सामने आ रही है, सरकारों को इस पर कड़े कानून बनाने चाहिए ताकि भविष्य में फिर दोबारा ऐसी घटनाएं ना हो। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।