23 मार्च यानी कि क्रांतिकारी वीर भगत सिंह राजगुरु सुखदेव के बलिदान का दिवस। हमारी आज की जानकारी में विशेष रूप से आपके लिए भगत सिंह,सुखदेव और राजगुरु कोट्स, शायरी स्टेटस और सुविचार दिए गए हैं। आज के ही दिन आज ही के दिन लड़ते हुए अपने प्राणों को नियोछावर करने वाले वीरो को हम सभी दिल से सलाम करते हैं। ये दिवस न केवल हमे देश के नागरिक का गौरव होने का एहसास करवाता है। बल्कि भीगे मन से वीर बहादुरों को श्रद्धांजलि भी देता है।
Bhagat Singh, Rajguru, Sukhdev Quote Shayari Status in Hindi
भगत सिंह ने अपने जीवन में जो क्रांतिकारी की जो मशाल जलाई वे अब किसी के लिए संभव नही हो पायेगा। अपने प्राणों का जिस प्रकार नियोछावर दिया है वे आज के जमाने किसी के लिए भी मुमकिन नही है। क्योंकि मन मे जुनून था इसीलिए भगत सिंह ने अपने प्राणों की चिंता न करते हुए एक बड़ा बलिदान दिया था।
अमर शहीद भगत सिंह पर हिन्दी निबंध | Hindi Essay on Bhagat Singh
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा! अमर शहीद भगत सिंह राजगुरु सुखदेव के बलिदान दिवस पर कोटि कोटि नमन
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं।
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान हैं |ज़िन्दगी तो अपने दम पर जी जाती है,
दूसरों के कंधों पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं।अगर बहरों को सुनना है , तो
आवाज बहुत जोरदार होनी चाहिए |निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार
ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं |इश्क़ करना हमारा पैदायशी हक़ है ,
तो क्यों न वतन ए मिट्टी को अपना महबूब बना लेंउन जज्बातो की कद्र किया करते है
जिनमे गाँधी नही भगतसिंह हुआ करता है |पढ़ रहा हूँ इश्क ए इंकलाब की किताब
अगर बन गया भगतसिंह तो दुश्मनो तुम्हारी खैर नहीनौजवान जब उठते हैं तो निजाम बदल जाते हैं |
भगतसिंह तो आज भी पैदा होते हैं बस नाम बदल जाते हैं |वो इश्क का आलम भी गजब रहा होगा …
राझाँ” जिसमे भगतसिंह” और
“हीर” जिसमे “आज़ादी” रही होगी…सीने में भगतसिंह ,,माथे पर हिन्दुस्तान रखते है |
दुश्मनो के लिए बगल में कब्रिस्तान रखते है |इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज्बातों से
अगर में इश्क लिखना भी चाहूँ तो इंकलाब लिखा जाता हैइतिहास में गूँजता एक नाम हैं भगतसिंह
शेर की दहाड़ सा जश था जिसमे वे थे भगतसिंह
छोटी सी उम्र में देश के लिए शहीद हुए जवान थे भगतसिंह
आज भी जो “रोंगटे खड़े करदे ऐसे
विचारो के धनि थे भगत सिंह
भगत सिंह के बोल को आज भी याद किया जाता है। भगत सिंह के फेके हुए पर्चे में ये सब लिखा हुआ था जोकि उनके बहादुरी को लेकर सब कुछ बयान करता है। निर्धारित योजना के अनुसार भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने 8 अप्रैल 1929 को असेम्बली में एक खाली स्थान पर बम फेका था। इसके बाद उन्होंने स्वयं गिरफ्तारी देकर अपना संदेश देकर स्वयं दुनिया के सामने रखा।
शहीद-ए-आजम भगत सिंह शायरी | Shaheed Bhagat Singh Shayari in Hindi ( 23 March Shaheed Diwas )
जानिए कब हुआ था भगत सिंह का जन्म?
इसके बाद भी भगत सिंह के हत्या का मुकदमा चला था। मुकदमा इतिहास में लाहौर षड्यंत्र के नाम से जाना जाता है। करीब 2 साल जेल में रहने के बाद भी भगत सिंह क्रांतिकारी गतिविधियों से जुड़े रहे। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 में हुआ था। 23 मार्च 1931 को शाम 7 बजकर 30 मिनट पर भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु को फांसी दे दी गयी।
जानिए कब हुआ था सुखदेव और राजगुरु का जन्म
सुखदेव का जन्म 15 मई 1907 को पंजाब के लुधियाना शहर में हुआ था। भगत सिंह और सुखदेव के परिवार पास पास में ही रहते थे। इन दोनों वीरो में गहरी दोस्ती थी साथ ही दोनो लाहौर नेशनल कॉलेज के छात्र थे। राजगुरु का जन्म 24 अगस्त 1908 को पुणे जिले के खेड़ा गांव में हुआ था। राजगुरु बाल गंगाधर तिलक के विचारों से भी काफी ज्यादा प्रभावित थे। बाल गंगाधर तिलक के मौत का बदला लेने के बाद राजगुरु खुद ही गिरफ्तार हो गए थे।
आज की जानकारी में मुख्य रूप से आप सभी के लिए इतिहास के सबसे यादगार दिन 23 मार्च पर आप सभी के लिए bhagat singh, rajguru, sukhdev quote shayari status लेकर आये हैं जिन्हें आप ऑनलाइन अपने दोस्तों में शेयर कर सकते हैं। आशा करते हैं कि जानकारी आपको काफी ज्यादा पसंद आई होगी। यदि आपके पास कोई भगत सिंह शहीद दिवस की कोई और प्रमुख जानकारी या फिर आप कोई कोट्स हमारे साथ मे शेयर करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन हमारे साथ मे शेयर कर सकते हैं। अपनेसमय देने के लिए आपका धन्यवाद।
भगत सिंह कोट्स | Bhagat Singh Quotes in Hindi