नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं कौन है 19 साल का खूंखार गैंगस्टर योगेश कादयान? (Who is Yogesh Kadyan) सिर्फ 19 साल की उम्र… लेकिन इस छोटे से लड़के के कारनामे ऐसे हैं, जिनके बारे में जानकर हर किसी के होश उड़ जाते हैं। यह सब देखकर यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि इस 19 साल के युवक में ऐसा क्या है कि कई देशों की पुलिस भी कई दिनों से उसका पीछा कर रही है, लेकिन अब तक उसे नहीं पकड़ पाई है। अब आपके मन नहीं है सवाल जरूर आ रहा होगा की योगेश कादयान कौन है?, उसकी कहानी क्या है? और इस 19 साल के युवक के खिलाफ इंटरपोल ने एक ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी क्यों किया है? इन सभी सवालों के जवाब आज आपको इस लेख में मिलने वाले हैं।
Who is Yogesh Kadyan (Wiki & Bio)
इस लड़के का नाम योगेश कायदान (Yogesh Kadyan) है, जिसका जन्म हरियाणा के झज्जर में हुआ था। योगेश ने किताब पकड़ने की उम्र में हथियारों का हाथ थाम लिया। छोटे बच्चों की तरह नहीं बल्कि एक बड़े अपराधी की तरह हथियारों को पसंद करने लगा था। जिस उम्र में आप लोग जिंदगी का लुफ्त उठा रहे होते हैं, लेकिन योगेश उसे उम्र में हथियारों का प्रयोग कर नाम बनाने में मशरूफ था। बताया जाता है कि योगेश का बचपन से सपना था कि वह एक खूंखार अपराधी बने। जिसे पूरा करने के लिए उसने पहले छोटे मोटे अपराधों को अंजाम दिया, लेकिन बाद में इसने इतना बड़ा हाथ मारा कि अब इसकी तलाश में एक या दो नहीं, बल्कि कई मुल्कों की पुलिस को है।
रेड कॉर्नर नोटिस से घिरे 19 साल के योगेश कादयान की कहानी कैसे बन गई?
यह सच है कि उसके अपराधों की कोई सख्त सजा अभी तक नहीं हुई है, लेकिन कहा जा रहा है कि वह अब अमेरिका में पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा है। अब यह देखने की बाकी है कि उसका ये खेल कब खत्म होता है। यह मामला सबकी नजरों में है, लेकिन आपको बता दें कि भारत सरकार के आग्रह पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया है। इसका मतलब यह है कि योगेश जल्द ही पकड़ा जा सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की योगेश कायदान (Yogesh Kadyan) के खिलाफ भारत सरकार आईपीसी की कई गंभीर धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर रखे हैं। जिसमें आर्म्स एक्ट, आपराधिक साजिश, प्रतिबंधित हथियारों को चलाना सहित कई अन्य आपराधिक गतिविधियों को लेकर उसके खिलाफ मामला दर्ज है।
क्या है रेड कॉर्नर नोटिस?
रेड कॉर्नर नोटिस एक अंतरराष्ट्रीय पुलिस अग्रिम चिट्ठी होती है जो इंटरपोल द्वारा जारी की जाती है। इसका उपयोग अपराधी या अपराधिक गतिविधियों को पहचानने और उनकी गिरफ्तारी के लिए किया जाता है। जब किसी व्यक्ति के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है, तो वह व्यक्ति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खोजी जाने के लिए बड़ी मुश्किलों का सामना करता है और उसका पीछा किसी भी देश में किया जा सकता है। इस तरह की नोटिस विश्वभर में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को दिया जाता है ताकि वे अपराधियों की गिरफ्तारी कर सकें।