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What is Har Ped Tiranga Campaign in Hindi | देहरादून में चल रहा ‘हर पेड़ तिरंगा’ अभियान, कोर्ट में क्यों गया मामला!

जय हिंद दोस्तों, देहरादून से एक बुरी खबर निकल कर सामने आई है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा रोड के चौड़ीकरण के लिए हजारों पेड़ काटे जा रहे हैं, पर्यावरण प्रेमी इसका लगातार विरोध कर रहे हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर आजादी के अमृत महोत्सव  के तहत देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जा रहा है, इसी को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण प्रेमी पेड़ों को बचाने के लिए सभी पेड़ों पर तिरंगा बना रहे हैं, और इस अभियान का नाम ‘हर पेड़ तिरंगा’ रखा गया है।

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Har Ped Tiranga Campaign in Dehradun To Protect Trees Azadi Ka Amrit Mahotsav News in Hindi | देहरादून में चल रहा 'हर पेड़ तिरंगा' अभियान, पर्यावरण प्रेमियों को क्यों शुरू करनी पड़ी ऐसी मुहिम?

What is Har Ped Tiranga Campaign in Hindi

देहरादून की सड़कों को चौड़ा करने के लिए हजारों लाखों पेड़ों को काटा जा रहा है, इन पेड़ों को कटने से बचाने के लिए पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था MAD के वॉलंटियर्स ” हर पेड़ पर तिरंगा” अभियान के तहत पेड़ों पर तिरंगा बना रहे हैं।

MAD संस्था के वॉलंटियर पार्थ पंत का कहना है कि हम ” हर पेड़ पर तिरंगा” अभियान इसलिए चला रहे हैं की हम आजादी का महोत्सव पेड़ों के साथ मना रहे हैं, क्योंकि पेड़ भी पक्षियों का घर होते हैं उन्होंने कहा कि हम आखिरकार कैसे भूल जाते हैं कि पेड़ पौधे पक्षी हमारी प्रकृति में बहुत बड़ा महत्व रखते हैं, और हम उनके घरों को इस तरह नहीं उजाड़ नहीं सकते।

देहरादून में चल रहा ‘हर पेड़ तिरंगा’ अभियान, कोर्ट में क्यों गया मामला!

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सहस्त्रधारा रोड चौड़ीकरण के लिए करीब 2057 पेड़ काटे जाने के आदेश दिए गए थे, जिसमें से ज्यादातर पेड़ यूकेलिप्टस  के है। इसके खिलाफ जोरो से आवाज उठाई जा रही है। इसके खिलाफ आशीष गर्ग ने जनहित याचिका दाखिल की थी, इस पर सुनवाई भी की गई 11 मई 2022 तक पेड़ों को काटने पर प्रतिबंध लगा दिया गया, लेकिन 22 जून 2022 को प्रतिबंध को हटा दिया गया और फिर दोबारा पेड़ काटे जाने लगे। अब तक काफी पेड़ काटे जा चुके हैं। अब अगली सुनवाई 17 अगस्त 2022 को होने वाली है, अब यह देखना है की आगे क्या होगा। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे

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