नमस्कार दोस्तों, उत्तर प्रदेश से एक अच्छी और बुरी खबर सामने आई है, बुरी खबर यह है कि उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नॉएडा में एक नवजात बच्ची कड़कड़ाती ठण्ड में सड़क के किनारे झाड़ियों कोई फेंक कर चले गया, जिसकी सुचना पुलिस प्रशासन को दी गई। बच्ची नवजात थी, और कड़ाके की ठंड होने के कारण बच्चे की स्थिति बेहद खराब हो चुकी थी। पुलिस की एक टीम बच्ची को लेकर पुलिस स्टेशन पहुंची, बच्ची लगातार रो रही थी, बादमे पुलिस को पता चला की बच्ची भूखी थी। अब अच्छी खबर यह की एसएचओ की पत्नी ने अपना दूध पिला कर बच्चे की जान बचाई।
SHO की पत्नी ने अपना दूध पिलाकर नवजात बच्ची की जान बचाई, जाने पूरा मामला!
अभी जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसके मुताबिक नवजात बच्ची इतनी छोटी थी कि वह मां के दूध के अलावा और कुछ खा और पी नहीं सकती थी। जब यह जानकारी SHO की पत्नी को मिली, तो ज्योति सिंह ने फैसला लिया की वह अपना दूध बच्ची को पिलाएगी। इसके बाद बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया, अब बच्ची की स्थिति स्थिर बनी हुई है। सोशल मीडिया पर SHO की पत्नी ज्योति सिंह की खूब चर्चा हो रही है।
UP | The wife of a SHO breast-fed and saved the life of an infant who was left in the cold by her parents in Greater Noida. The child was found wrapped in a cloth inside bushes in the Knowledge Park area on December 20 & her condition was very critical because of the cold (23.12) pic.twitter.com/DwleIePbOU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 24, 2022
कुमार विश्वास ने क्या कुछ कहा ?
कुमार विश्वास ने इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिल की एमोजी बनाकर लिखा की मां। एक यूजर ने लिखा कि एक मां ने बच्ची को इस तरह सड़क के किनारे फेंक दिया और दूसरी मां ने उसी बच्ची को दूध पिलाकर बचा लिया।@SRamverma यूजर ने लिखा कि मां तो आखिर मां होती है, उसकी नज़र में न कोई जाति न कोई रंग भेद होता है ! वो तो बस अपना ममत्व लुटाती है। इसी प्रकार हजारों लोगों ने उनकी तारीफ करते हुए अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
SHO की पत्नी ज्योति सिंह ने क्या कहा ?
SHO की पत्नी ज्योति सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा की “मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कोई एक बच्चे के साथ ऐसा कैसे कर सकता है? बच्ची को तड़पता देखकर मुझे बहुत बुरा लगा और रोने का मन हो रहा था। मैं खड़े रहकर उसे भूख से रोते हुए नहीं देख सकती थी तो मैंने उसे स्तनपान कराने का फैसला किया। मैं लोगों से कहना चाहती हूं कि अगर किसी को अपने बच्चों की देखभाल करने में कोई समस्या है, तो उन्हें उन्हें अनाथालय या एनजीओ जैसी सुरक्षित जगह पर ले जाना चाहिए। जहां उनका पालन-पोषण हो सके।” इस घटना के बारे में आप क्या कुछ कहना चाहेंगे, कमेंट करके जरूर बताएं। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।