प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंहबोली बहन शरबती देवी का 104 साल की उम्र में देहांत हो गया। शरबती देवी धनबाद में रहती थीं लेकिन वे मूल रूप से गुजरात की निवासी थीं। शरबती देवी का अंतिम संस्कार कल यानि की 11 मार्च को किया जाएगा। पिछले साल शरबती देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उन्हें राखी बांधने की इच्छा व्यक्त की थी। उन्होंने पीएम को राखी बांधने की इच्छा इसलिए जताई थी क्योंकि वह अपने 50 साल पहले मर चुके भाई को बहुत याद करती थीं, खासकर रक्षाबंधन के दिन पर उन्हें अपने भाई की काफी याद आती थी।
शरबती का पत्र मिलने पर पीएम मोदी काफी खुश हुए थे और उनका आभार व्यक्त किया कि उन्होंने पीएम की कलाई पर राखी बांधने की इच्छा जाहिर की। पीएम नरेंद्र मोदी ने तब अपना प्रोटोकॉल तोड़ते हुए शरबती से अपने आधिकारिक निवास पीएम हॉउस में मुलाकात की थी। अगस्त 2017 में राखी के त्यौहार पर कई स्कूल की बच्चियों ने पीएम मोदी के साथ रक्षाबंधन सेलिब्रेट किया और फिर उसके बाद शरबती देवी ने पीएम मोदी को राखी बांधी थी। पीएम को राखी बांधकर शरबती काफी खुश थीं जो कि उनके चेहरे पर तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है।
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भारत के विभाजन से पहले जन्मी शरबती देवी की शादी धनराज अग्रवाल नाम के व्यक्ति से हुई थी। उनके नौ बच्चे हैं, जिनमें से दो का निधन हो चूका है और उनके पति की भी मृत्यु हो चुकी है। शरबती अपने पीछे चार बेटे रामअवतार अग्रवाल, राजेंद्र अग्रवाल, महेंद्र अग्रवाल, मोहन अग्रवाल और तीन बेटी लक्ष्मी देवी, रामकली देवी और शारदा देवी को अकेला छोड़ इस दुनिया को अलविदा कह गई। शरबती देवी के द्वारा पीएम मोदी को राखी बांधने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं। इस फोटो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की थी। लोगों का कहना था कि एक आम महिला से राखी बंधवाकर पीएम ने जनता का दिल जीत लिया।