नमस्कार दोस्तों, शराब की लत बहुत ही ख़राब होती है, शराब ही नहीं बल्कि किसी भी नशीली पदार्थ का सेवन करना हमारी सेहत के लिए हानिकारक ही होता है। ऐसा ही कुछ बिहार में देखने को मिल रह है जहा शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) के बाद बड़े स्तर पर शराब की तस्करी की जा रही है। बिहार की राज्य सरकार ने शराब के नुकसान को देखते हुए साल 2016 में ही शराब पर बैन लगा दिया थे लेकिन लोगो पर इसका प्रभाव बिलकुल भी नहीं दिख रहा है। बीते 6 महीने के आकड़े बताते है की राज्य में करीब 60 हज़ार लोगो ने शराबबंदी कानून तोडा है।
देश की बिहार राज्य में शराबबंदी कानून (Liquor Ban in Bihar) लागु है लेकिन बाबजूद इसके शराब की खपत में कोई कमी नहीं आ रही है। लोगो द्वारा शराब पीकर तोड़े गए कानून को लेकर जो आकड़े सामने आए है उसे ऐसा लग रहा है जैसे लोगो को कानून की कोई कदर ही नहीं है। हर दिन शराब के तस्करो को गिरफ्तार किया जा रहा है, लेकिन फिर भी इसके मामलो में कोई कमी नहीं आ रही है।
60 हज़ार लोगो को किया गया गिरफ्तार
बिहार सरकार पुलिस के द्वारा जारी किये गए आकड़े के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के पहले 6 महीने में बिहार में शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने के आरोप में करीब 60 हज़ार लोगो को गिरफ्तार किया गया है, यानि की हर दिन 300 से ज्यादा शराबबंदी कानून का पालन न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस समयावधि में 16 लाख लीटर से ज्यादा देशी और विदेशी शराब भी जब्त किया गया है, यानि बीते 6 महीने में प्रतिदिन 9000 लीटर शराब बरामद किया गया।
शराब की तस्करी करने वाले 7000 से अधिक वाहनो को भी जब्त किये गए
बुधवार को बिहार पुलिस मुख्यालय की और से जारी किये गए आकड़े से यह भी पता चलता है की बीते 6 महीने में 60 हज़ार लोगो की गिरफ्तारी के साथ ही शराब की तस्तरी करने वाले 7000 से अधिक वाहनों को भी जब्त किए गए है। यह आकड़े इसी साल जनवरी से लेकर जून महीने तक के है।
बिहार के पटना जिले में सबसे ज्यादा केस
बिहार में शराबबंदी के कानूनों का पालन न करने वाले जिलों में टॉप पर पटना आता है, जहां बीते 6 महीने में हिरासत में लिए गए लोगो की कुल संख्या का 10 प्रतिशत पटना जिले से है। इसके अलावा शराब की सबसे ज्यादा खपत भी पटना जिले में ही होती है। पिछले 6 महीने में 1.56 लाख लीटर शराब सिर्फ पटना जिले से बरामद किये गए है।