जानिए JNU में पहले फीस कितनी थी और अब बढ़कर कितनी हुई? जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानि की जेएनयू जो हमेशा से किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहता है और अब यह यूनिवर्सिटी छात्रों की फीस बढ़ोतरी और उसके खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन की वजह से इनदिनों खूब सुखियों में है। बता दें की कुछ समय पहले ही जेएनयू में छात्रों की फीस में बढ़ोतरी की गई थी जिसके विरोध में यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कड़ा विरोध किया। खबरों में आप यह सब तो पढ़ ही रहे होंगे की जेएनयू के स्टूडेंट्स इन दिनों फीस में बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है लेकिन आज हम आपको बताएंगे की जेएनयू में छात्रों की फीस है? जेएनयू कितने प्रतिशत की फीस में बढ़ोतरी हुई है?
JNU में फीस कितनी है?
जेएनयू प्रशासन ने छात्रों के फीस बढ़ोतरी के कड़े विरोध को देखते हुए बड़ी हुई फी में थोड़ी कमी करने की घोषणा की। जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत मून का कहना है कि जो निर्णय जेएनयू ने लिया है वह हमें स्वीकार्य नहीं है। आज की स्थिति बनी नहीं, बनाई गई है। जो व्यवस्था चल रही है, उसमें 40 फीसदी छात्रों को पढ़ाई छोड़नी पड़ सकती है। जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एन साई बाला जी का कहना है कि जेएनयू प्रशासन ने छात्रों को राहत नहीं दी है। जिस राहत को बढ़ा चढ़ाकर कहा जा रहा है वह मामूली है। प्रशासन को पुरानी फीस जेएनयू में लागू करनी चाहिए। इस तरह के फैसले से गरीब छात्र परिसर की पढ़ाई से बाहर हो जाएंगे।
जेएनयू स्टूडेंट्स लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है उन्होंने आरोप लगाया है की जो फीस में संशोधन किया गया है उसके लिए छात्रों से किसी प्रकार से की बातचीत नहीं की गई है। छात्रों का कहना है की उनका विरोध केवल फीस बढ़ोतरी ही नहीं है बल्कि 1700 रूपये सर्विस चार्ज, पानी और बिजली का शुल्क जो पहले मुफ्ती था अब उसपर चार्ज लगाया गया है।