आज 7 दिसम्बर है और हाल साल की तरह इस साल भी अम्रेड फोसस फल्ग डे 2017 बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है| हर साल हम आर्म्ड फोर्सेस डे मानते तो है पर क्या आप जाने है की ये हाल साल 7 दिसम्बर को ही क्यों मनाया जाता है? क्या है इसके पीछे का कारण? आज हम आपको बताएँगे इसके बारे में| हाल साल 7 दिसम्बर को आर्म्ड फोर्सेस फ्लैग डे मानाने के पीछे के कारण को जानने के बाद आपके मन में इसे हर साल मानाने ओर लोगो को बताने से कोई नही रोक पाएगा| चलो आपको बताते है की क्यों मनाया जाता है आर्म्ड फोसस फ्लैग डे 7 दिसम्बर को?
भारत की तीनो सेनाओ की भारत के लोगो को इनकी अहमियत बताने के इरादे से 7 दिसम्बर 1949 से इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई| इस दिन को भारत में सशस्त्र सेना झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है| सोशल मीडिया पर इस दिन लोग के सन्देश आप देख सकते जो इस दिन के सेलिब्रेशन के लिए एक से दूसरे को शेयर किए जाते है| इस खास दिन पर लोग सेना के तीनो अंगो को सलाम करते है और शहीदों को अपने अंदाज में श्रधांजलि अर्पित करते है|
भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 दिसम्बर को अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट में लिखा की भारत की तीनो सेनाओ ने हर बार अपने शोर्ये का परिचय दिया है| सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मोके पर सैनिको के निस्वार्थ सेवा को सलाम करे|
हर साल 7 दिसम्बर को उन सभी जवानों, वायुसैनिकों और नौसैनिकों को याद किया जाता है जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण की आहुति दी| साल 1949 से हर वर्ष 7 दिसम्बर को आर्म्ड फोर्सेस फ्लैग डे एक परम्परा बन गया है| इस दिन सेनिको के लिए फण्ड भी इकट्ठा किया जाता है| साल 1947 में जब भारत आजाद हुआ था तब उसके पास अपने सेनिको के रख रखाव के लिए पैसो की कमी थी और इसी कमी को पूरा कने के लिए इस दिन हाल साल सेनिको के लिए फंड इकठ्ठा करने की शुरुआत हुई|