नमस्कार दोस्तों, गुजरात से दुखद खबर निकल कर सामने आ रही है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गुजरात समेत देश के कई अन्य राज्यों में मकर सक्रांति के मौके पर पतंगबाजी की जाती है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ पतंगबाजी के कारण हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गुजरात में कई लोगों की जान चली गई है। रविवार को कलोल शहर में टहलने निकले युवक का गला कटने से उसकी सड़क पर ही मौत हो गई। आपको बता दें कि गुजरात में पतंग मांजा के कारण इस साल 6 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जिसमें 2 बच्चे शामिल है, आपको बता दें कि पतंग के मांजे के कारण 17 लोग घायल भी हुए हैं।
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6 killed, 17 Injured By Chinese Manjha in Gujarat News in Hindi
अभी जो ताजा जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक कलोल शहर के छत्राल इलाके में रहने वाले 36 साल के अश्विन गढ़वी घर से टहलने का कहकर निकले थे। वे कलोल हाइवे तक पहुंचे ही थे लेकिन इसी दौरान अचानक उनके गले में पतंग का मांझा उलझ गया, फिर वह खून से लथपथ होकर वहीं जमीन पर गिर पड़े। स्थानीय लोगों ने उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इससे पहले उनकी मृत्यु हो चुकी थी। मृतक के परिवार में मृतक की पत्नी चार साल का बेटा और बहन है। पूरे परिवार की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधे पर थी, जो अब इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।
गुजरात में चाइनीज मांझा से 6 लोगों की मौत, 17 लोग घायल!
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बीते शनिवार को विसनगर और राजकोट में चाइनीज मांझे की चपेट में आने से दो बच्चों की जान चली गई थी। विसनगर में घर के बाहर खेल रही 3 वर्षीय छोटी बच्ची के गले में प्लास्टिक का मांझा उलझ गया था, जिसके चलते बच्ची की गले की नस कट गई और मौके पर ही बच्ची की मृत्यु हो गई। खून से लथपथ बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी। कुछ इसी प्रकार का मामला राजकोट शहर से सामने आया, यहां पतंग उडा रहे एक 7 साल के बच्चे का गला कट गया था। 7 वर्षीय बच्चे ने कुछ ही समय में दम तोड़ दिया था।
प्रतिबंध होने के बावजूद भी धड़ल्ले से प्लास्टिक का मांझा बेचा जाता है?
आपको बता दें कि हर साल पतंगबाजी के दौरान इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के मंजे के कारण कई लोगों की जान चली जाती है, कई राज्यों में प्लास्टिक के मांजे पर प्रतिबंध होने के बावजूद भी धड़ल्ले से प्लास्टिक का मांझा बेचा जाता है। जिसके कारण कई हजारों लोगों की जान चली जाती है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार को इस प्रकार के मामलों को रोकने के लिए कड़े कानून बनाने चाहिए। प्लास्टिक के मांजे के इस्तेमाल पर आपकी क्या राय है कमेंट करके जरूर बताएं।