नमस्कार दोस्तो आपका हार्दिक स्वागत है हिंदी वेबसाइट देख न्यूज़ पर। आज हम आपके लिए एक नई हिन्दू पर्व जानकारी लेकर आए हैं। भारत देश मे हर साल बहुत से त्यौहार आते हैं। इनमे से काफी सारे त्यौहार के बारे में हमे अच्छे से जानकारी होती है, लेकिन बहुत से पर्व ऐसे होते हैं जिनके बारे में हम बहुत कम ही जानते हैं। खैर आज हम बात कर रहे हैं Nuakhai त्यौहार के बारे में। भारत मे त्यौहार किसानों के बीच मे काफी ज्यादा प्रचलित हैं। आप सभी किसानों को 2021 Nuakhai की हार्दिक शुभकामनाएं। चलिए शुरू करते हैं।
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Nuakhai in Odisha in 2021
पश्चिमी ओडिशा में नए चावल आने की खुशी में इस त्यौहार को मनाया जाता है। ओडिशा में इस दिन पब्लिक हॉलिडे घोषित किया जाता है। गणेश चतुर्थी के ठीक एक दिन बाद Nuakhai पर्व मनाया जाता है। इस बार covid 19 में सरकार ने कुछ नियम कानून के साथ त्यौहार मनाने की अनुमति दे दी है। ऐसे तो यह त्यौहार पूरे ओडिशा में मनाया जाता है लेकिन पश्चिमी ओडिशा में इसकी ज्यादा मान्यता होती है। झाड़खंड में भी इस त्यौहार की काफी ज्यादा मान्यता होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Nuakhai को नुआखाई परब या नुआखाई भेटघाट के नाम से भी जाना जाता है।
नुआखाई कब है? | When is Nuakhai?
यहाँ पर Nua का मतलब होता है नया और khai का मतलब होता है खाना। Nuakhai का मतलब यह है कि नए खाने की फसल उग आई हैं और इसी खुशी में हर साल Nuakhai त्यौहार पूरे उल्लास के साथ मे मनाया जाता है। पूर्वी तटीय क्षेत्र में इसे नबन्ना उत्सव के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन चावल का पारंपरिक रूप से केक भी बनाया जाता है जिसे Arsaa pithaa के नाम से जाना जाता है। इस दिन देवी सामलेश्वरी को नए चावल का अर्पित किया जाता है।
आज के लेख में आपको Nuakhai त्यौहार से जुड़ी पारंपरिक जानकारी दी गयी है। इसके साथ मे Nuakhai त्यौहार क्यों मनाया जाता है, इससे के पीछे का मुख्य कारण भी आप सब को बताया गया है। कौन सी देवी को नए चावल का भोग लगाते हैं यह भी आपको बताया है। आशा करते हैं कि ये जानकारी काफी अच्छी लगी होगी। आपका इस महीने का पसंदीदा त्यौहार कौन सा है आप हमें कमेंट कर सकते हैं। आप सभी को Nuakhai त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएं।