दोस्तों इस साल मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) 10 दिसम्बर को आ रहा है। आज प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्रता में रहने का अधिकार है। यही एकमात्र कारण है कि क्यों मानवाधिकार दिवस हर साल पूरी खुशी के साथ मनाया जाता है। अगर आप भी इस साल मानवाधिकार दिवस मनाना चाहते हैं तो आप सही जगह पर आए हैं। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज हमारे पास आपके लिए मानव अधिकार दिवस से संबंधित सर्वश्रेष्ठ कोट्स, शायरी और स्टेटस है। अगर आप पूरी जानकारी पढ़ना चाहते हैं तो हमारे साथ जुड़े रहें। आप सभी को अग्रिम रूप से मानव अधिकार दिवस की शुभकामनाएँ।
विश्व मानवाधिकार दिवस Nibandh, Bhashan
Manav Adhikar Diwas Shayari
हम जानते हैं कि आप भी भ्रमित हैं कि किस वेबसाइट से हमें अच्छे मानवाधिकार दिवस कोट्स, शायरी और स्टेटस मिले। उपयोगकर्ता के मन में बहुत सारे सवाल उठ रहे हैं कि कौन सी वेबसाइट कोट्स, शायरी और स्टेटस डाउनलोड करने के लिए सर्वश्रेष्ठ है। आज इंटरनेट पर बहुत सारी वेबसाइटें उपलब्ध हैं, लेकिन हमारे वेबसाइट प्लेटफॉर्म को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के प्रतिद्वंद्वियों से संबंधित कोट्स, शायरी और स्टेटस डाउनलोड करने के लिए सबसे अच्छा है। अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि हम हर साल मानवाधिकार दिवस क्यों मनाते हैं।
World Human Rights Day Essay, Speech Theme, Poster, Slogan
मानवाधिकार ~ किसी की खुशियों को अपने वश में करना सबसे बड़ा शोषण है। मानवाधिकारों की समझ हर इंसान में होनी चाहिए और उन्हे अपने अधिकारों को पाने का पूरा हक़ है।
ग़र मानवाधिकार की दुकान में पहचान है तुम कराहे वो कत्ल के पूरे आसार देखे हैं
क्यों बात करू अधिकारों की उनके? देव पुरुष हैं अपने वो!! कलयुग में दानव कह मानव, हर अधिकार जो रखता है!!
कर्तव्य अधिकार का जनक है
World Human Right Day Quotes in Hindi
रखते हैं जो औरों के लिए प्यार का जज्बा
वो लोग कभी टूट कर बिखरा नहीं करते
– अज्ञात
ख़ारिज इंसानियत से उस को समझो
इंसाँ का अगर नहीं है हमदर्द इंसान
– तिलोकचंद महरूम
क्या क्या ग़ुबार उठाए नज़र के फ़साद ने
इंसानियत की लौ कभी मद्धम न हो सकी
– आल-ए-अहमद सूरूर
World Human Right Day Status
जहाँ इंसानियत वहशत के हाथों ज़ब्ह होती हो
जहाँ तज़लील है जीना वहाँ बेहतर है मर जाना
– गुलज़ार देहलवी
प्यार की चाँदनी में खिलते हैं
दश्त-ए-इंसानियत के फूल हैं हम
– मसूद मैकश मुरादाबादी
उस के दुश्मन हैं बहुत आदमी अच्छा होगा
वो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगा
– निदा फ़ाज़ली
सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं
जिस को देखा ही नहीं उस को ख़ुदा कहते हैं
– सुदर्शन फ़ाख़िर
इश्क़ इंसानियत से था उस को
हर तअ’स्सुब से मावरा था फ़िराक़
– हबीब जालिब
इंसानियत की तीरगी हो दूर इस लिए
क़ानून की किताब में जलता रहा हूँ में
– मजीद मैमन
पढ़िए! दिमाग से जुड़े कुछ रोचक तथ्य|
International Human Rights Day Poem
हम हमारी जाति, हमारे अधिकार वास्ते,
हर महीने करवाते रहे, भारत-बंध!
वो अपना जिस्म कटवाकर,
आँखे नुचवाकर, मरकर,
भारत का बेटा होने का, निभा रहा था, सम्बंध।।
….
वो जो हाथों में तख्तियां लेकर,
जंतर-मंतर की जमीन को गर्म करें,
सरकारों पर तो बहुत हैं चीखें,
बोले अब मानव-अधिकारों पर,
वर्ना शर्म से डूब मरे।।
….
क्यों सैनिक-परिवारों के,
अश्को से, पाप हमारे धुलते नहीं,
धुलेंगे भी कैसे, उनकी तरह,
हमारे बच्चे मौत का झूला झूलते नहीं…।
….
मेरे राम तेरी धरा पर,
ऐसा भी शुभ संयोग हो..
भले ही शर्म से, पर इनके लिए भी,
मानव-अधिकार आयोग हो।।
हम हर साल मानवाधिकार दिवस (Manav Adhikar Diwas) मनाते हैं ताकि लोगों को पूरी आज़ादी के साथ आज़ादी से जीने में मदद मिल सके। भारत में लड़कियों और लड़कों दोनों को हमारे दैनिक जीवन में उपलब्ध प्रत्येक वस्तु और सेवाओं पर समान अधिकार प्राप्त है। यह एक साधारण भाषा में मानवाधिकार दिवस की व्याख्या करने के लिए हमारे शब्द हैं। आज आप इस लेख में मानव अधिकार दिवस से संबंधित 2 लाइन शायरी देख सकते हैं। इसके अलावा आप इस लेख में मानवाधिकार दिवस से संबंधित व्हाट्सएप स्टेटस भी देख सकते हैं। अंत में हम यह कहना चाहते हैं कि अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो इसे अधिक से अधिक लाइक, शेयर और कमेंट करें। जय हिंद। आप सभी को मानव दिवस की शुभकामनाएं।
विश्व मानवाधिकार दिवस Nibandh, Bhashan | World Human Rights Day Essay, Speech Theme, Poster, Slogan