आज हम आपको बताएंगे कि हर साल हम लाचित बोड़फुकन (Lachit Borphukan Diwas) को क्यों मनाते हैं। हर साल 24 नवंबर को यह त्योहार असम में मनाया जाता है। लाचित बोड़फुकन का जन्म 24 नवंबर 1662 को चराइदेव में हुआ था। जो उम्मीदवार NDA खड़कवासला से पास होता है, उसे लाचित बोड़फुकन गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाता है। इस पुरस्कार में 50000 रुपये और एक तलवार दी जाती है। प्रत्येक साल की तरह इस साल भी 24 नवंबर को लाचित बोड़फुकन त्योहार मनाया जाएगा। आज हम इस सूचना की मदद से पूरे इतिहास को आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं।
Lachit Borphukan Diwas 2023
लाचित बोड़फुकन (Lachit Borphukan Diwas) एक प्रमुख असम नायक थे जिन्होंने असम की सुरक्षा के लिए एक महायुद्ध लड़ा था। उन्होंने असम को आक्रमण से बचाने के लिए बहादुरी से युद्ध किया। उनका प्रमुख उद्देश्य असम को स्वतंत्र रखना था। लाचित बोड़फुकन का सम्मान असम में बहुत महत्त्वपूर्ण है और उन्हें देशवासियों द्वारा गर्व से याद किया जाता है।
लाचित बोड़फुकन ने दो समुदायों को एक साथ लाने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने समुद्र युद्ध में ब्रिटिश पर भी विजय प्राप्त की। उनकी बहादुरी और योद्धापन की बदौलत वे असम के लोगों के दिलों में सदैव जिंदा रहे हैं।
लाचित बोड़फुकन कब और क्यों मनाते हैं?
इस उत्सव के माध्यम से, हम लाचित बोड़फुकन के योगदान को याद करते हैं और उनके साहस और निष्ठा को सलामी देते हैं। उनकी कथा हमें सिखाती है कि संघर्ष के समय में भी साहस और समर्थन से सभी कठिनाइयों का सामना किया जा सकता है।
लाचित बोड़फुकन (Lachit Borphukan Diwas) का उत्सव हर साल उनके जन्मदिन पर मनाया जाता है ताकि लोग उनके योगदान को समझें और मान्यता दें। उनकी बहादुरी और निष्ठा को याद करते हुए, हमें भी समय के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।
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लाचित बोड़फुकन दिवस इतिहास और महत्व
उन्होंने सराय घाट को भी वर्तमान में गुवाहाटी में मुगल आक्रमण से बचाया था। लेकिन आपको बताना चाहते हैं कि साल 1672 में उनका निधन हो गया था। उनके अवशेष जोरहाट के पास लाचित मैदान में मौजूद हैं।
आपको बताना चाहते हैं कि लाचित बोड़फुकन आज की तारीख में एक ऐसा नाम है जिनके बारे में जितनी बात बोली जाए उतनी कम है। क्योंकि इन्होंने असम की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई सारी लड़ाई लड़ी थी।
इसीलिए इनकी बहादुरी की वजह से हर साल लाचित बोड़फुकन दिवस (Lachit Borphukan Diwas) 24 नवंबर को मनाया जाता है। आपको बताना चाहते है की कल यह यादगार दिन आने वाला है और पूरे असम को हर साल की तरह इसका इंतजार है। आप सभी को लाचित बोड़फुकन की हार्दिक शुभकामनायें।
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