देशभर में आज बाल दिवस बड़ी ही धूम के साथ मनाया जा रहा है| भारत के पहले प्रधानमंत्री की जयंती 14 नवंबर को बाल दिवस या चिल्ड्रन डे के रूप में मनाया जाता है| बाल दिवस जैसा की इस दिवस के नाम से ही प्रतीत होता है बच्चों का दिन, इस दिन स्कूल, कॉलेज में तरह के खेल कूद के प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है वही इसी बीच स्कूल, कॉलेज में निबंध, भाषण या एस्से, स्पीच की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है| इन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों के लिए हम लेकर आए है बाल दिवस से जुड़े निबंध, भाषण की कलेक्शन जिनकी मदद से आप बाल दिवस की प्रतियोगिता में विजेता बन सकते है|
बाल दिवस पर निबंध 2023
ये तो आप सभी जानते है की भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे जिन्होंने भारत की आजादी में अपना योगदान दिया| भारत की आजादी के बाद हुए आम चुनाव में जवाहर लाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला| लेकिन हम आपको बताते है की जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर बाल दिवस या चिल्ड्रन डे क्यों मनाया जाता है| पंडित जवाहर लाल नेहरू बच्चों से बड़ा प्रेम करते थे और जब भी उन्हें समय मिलता वे बच्चों के साथ खेलने लगते और उनके साथ समय बिताते थे| इस कारण की उन्हें बच्चे चाचा नेहरू कहकर सम्बोधित करते और बाद में भारत सरकार ने जवाहर लाल नेहरू जयंती को बाल दिवस या चिल्ड्रन डे के रूप में मनाने का फैसला किया|
Bal Diwas Essay
हर वर्ष 14 नवंबर को पूरे उत्साह के साथ भारत में बाल दिवस को मनाया जाता है। इसे शिक्षकों और विद्यार्थियों के द्वारा स्कूल और कॉलेजों में पूरे जूनून और उत्सुकता के साथ मनाया जाता है। इसमें बच्चों द्वारा ढ़ेर सारे कार्यक्रम और क्रियाकलाप में भाग लिया जाता है। स्कूल की इमारत को अलग-अलग रंगों, गुब्बारों और दूसरे सजावटी वस्तुओं से सजाया जाता है। बाल दिवस 14 नवंबर को पंडित जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिन के अवसर पर मनाया जाता है क्योंकि वो बच्चों से बहुत प्यार करते थे। देश के लिये चाचा नेहरु के महान कार्यों को याद करने के लिये नृत्य, गीत, कविता पाठ हिन्दी अथवा अंग्रेजी में, तथा भाषण आदि क्रियाकलापों में बच्चे भाग लेते है।
बाल दिवस पर भाषण
बाल दिवस पर स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बड़े-बड़े भाषण दिए जाते है| इन भाषण या स्पीच को देने का उद्देश्य बच्चो तक पंडित जवाहर लाल नेहरू जी के देश के योगदान और उनके विचारो को पहुँचाना है|
Bal Diwas Speech
प्रधानाध्यापक, सर, मैडम और मेरे प्यारे साथियों को नमस्कार। हम सभी बहुत खुशी के साथ यहाँ बाल दिवस मनाने के लिए एकत्र हुये हैं। मैं बाल दिवस के इस अवसर पर अपने विचार रखना चाहता/चाहती हूँ। बच्चे परिवार में, घर में, समाज में खुशी का कारण होने के साथ ही देश का भविष्य भी होते हैं। हम पूरे जीवन भर माता-पिता, शिक्षकों और अन्य संबंधियों के जीवन में बच्चों की भागीदारी और योगदान को नजअंदाज नहीं कर सकते। बच्चे सभी के द्वारा पसंद किए जाते हैं और बिना बच्चों के जीवन बहुत ही नीरस हो जाता है। वे भगवान का आशीर्वाद होते हैं और अपनी सुन्दर आँखों, मासूम गतिविधियों और मुस्कान से हमारे दिल को जीत लेते हैं। बाल दिवस प्रत्येक वर्ष पूरे संसार में बच्चों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है।
बाल दिवस की शुभकामनाएं संदेश | Bal Diwas Ki Shubhkamnaye
Children’s Day Essay in Hindi
आदरणीय महानुभाव, प्रधानाचार्य जी, अध्यापक व अध्यापिकाएं और मेरे सहपाठियों को सुप्रभात। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हम यहाँ स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री के जन्मदिन अर्थात् बाल दिवस को मनाने के लिए इकट्ठा हुये हैं। मैं इस महान उत्सव को अपने लिए, यादगार उत्सव बनाने के लिए बाल दिवस पर भाषण देना चाहती/चाहती हूँ। हर साल 14 नवम्बर को, पूरे देश के विद्यालयों और कॉलेजों में बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है। 14 नवम्बर जवाहर लाल नेहरु का जन्म दिवस है। उनका जन्म दिन बाल दिवस के रुप में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि वह बच्चों से बहुत प्यार और स्नेह करते थे। उन्होंने अपने पूरे जीवनभर बच्चों को बहुत महत्व दिया और वह उनसे बात करना भी बहुत पसंद करते थे। वह हमेशा बच्चों के बीच में घिरे होना पसंद करते थे। बच्चों के प्रति उनके प्यार और लगाव के कारण बच्चे उन्हें चाचा नेहरु कहते थे।
Children’s Day Speech in Hindi
सबसे पहले, आज बाल दिवस को मनाने के लिए यहाँ उपस्थित सभी को मेरा सुप्रभात। बाल दिवस के इस अवसर पर मैं, पं. जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिवस को क्यों बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है?, के बारे में अपने विचार आप सभी के सामने रखना चाहता/चाहती हूँ। मेरे सभी प्यारे मित्रों को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। संयुक्त राष्ट्र की सभा में 20 नवम्बर को आधिकारिक रुप से बाल दिवस मनाने की घोषणा की गयी, लेकिन भारत में यह 14 नवम्बर को पं. नेहरु का जन्म दिवस होने के कारण, हर साल इसी दिन मनाया जाता है। उनका जन्म दिन बाल दिवस के रुप में मनाने के लिए बच्चों के प्रति उनके प्यार, लगाव और स्नेह को देखने के कारण चुना गया। वह लम्बें समय तक बच्चों के साथ खेलना और बात करना पसंद करते थे। वह पूरे जीवनभर बच्चों से घिरे रहना चाहते थे। उन्होंने देश के बच्चों और युवाओं की बेहतरी के लिए भारत की स्वतंत्रता के तुरंत बाद कठिन कार्य किए थे।
Bal Diwas Nibandh
आदरणीय प्रधानाध्यापक, सर, मैडम और मेरे प्यारे मित्रों को मेरा नम्र नमस्कार। मैं बाल दिवस के इस अवसर पर, बाल दिवस उत्सव और बच्चों के महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत करना चाहता/चाहती हूँ। मैं अपने कक्षा अध्यापक का/ की बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे आप सभी के सामने इस महान अवसर पर अपने विचार रखने का अवसर प्रदान किया। बाल दिवस विभिन्न देशों में भिन्न तिथियों को मनाया जाता है हालांकि, यह भारत में हर साल 14 नवम्बर को पंडित जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। 14 नवम्बर स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. नेहरु का जन्मदिन है जिसे बाल दिवस के रुप में, पूरे भारत में, हर साल मनाया जाता है। जबकि, 1 जून को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के रुप में और वहीं 20 नवम्बर को यूनिवर्सल बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है।
Bal Diwas Bhashan
आदरणीय प्रधानाचार्य, उप-प्रधानाचार्य, सम्मानित शिक्षकगण और साथी छात्रों आप सबका आज के इस कार्यक्रम में हार्दिक स्वागत है।
आज बाल दिवस के इस विशेष अवसर पर मैं राहुल बोस आप सबके सामने इस विशेष दिन के विषय में एक छोटा सा भाषण प्रस्तुत करते हुए इस दिन की महत्ताओं तथा इसे और भी उत्तम बनाने के उपायों के विषय में बताने का प्रयास करुंगा।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि हमारे देश में बाल दिवस का यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष 14 नवंबर के दिन मनाया जाता है, हममें से कई लोग इस बात को जानते होंगे फिर भी मैं आपको बता दूं कि, यह हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है। ऐसा उनके बच्चों के प्रति लगाव और प्रेम को देखते हुए किया जाता है, पंडित जवाहर लाल नेहरु एक उम्दा राजनेता और वक्ता होने के साथ ही अपने मृदु स्वभाव के कारण बच्चों में भी काफी लोकप्रिय थे और छोटे बच्चे उन्हें चाचा नेहरु के नाम से संबोधित किया करते थे। यह तो बात हुई इस दिन के इतिहास की पर क्या आपको पता है बाल दिवस क्यों मनाया जाता है और इसे मनाने के पीछे कारण क्या है?
उम्मीद करते है की अब आपके पास बाल दिवस निबंध लिखने के लिए पूरी जानकारी मिल गई होगी। बाल दिवस पर स्कूल, कॉलेज में होने वाले कार्यक्रम में भाषण देने के लिए अब आप पूरी तरह से तैयार ह गए होंगे। चिल्ड्रेन्स डे को अच्छे से सेलिब्रेट करें और इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूलें।