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April Fool History in Hindi | 1 अप्रैल को मूर्ख दिवस मनाया जाता है, क्या आप जानते है April Fool का सही इतिहास?

नमस्कार दोस्तों हमारे देश की जो मिट्टी है उसमें हमारे पूर्वजों का खून पसीना मिला हुआ है। हमारे पूर्वजों को फिरंगी ईसाई क्या कहते थे क्या आप जानते हैं। ब्लडी फूल मूर्ख कहते हैं उन लोगों को क्योंकि इस बार 6 अप्रैल को नव वर्ष पड़ रहा है। हमारे पूर्वज अप्रैल मास में नववर्ष मनाते थे।

April Fool History in Hindi | Fool's Day is celebrated on 1st April, do you know the true history of April Fool? | 1 अप्रैल को मूर्ख दिवस मनाया जाता है, क्या आप जानते है अप्रैल फूल का सही इतिहास?

April Fool History in Hindi | 1 अप्रैल को मूर्ख दिवस मनाया जाता है, क्या आप जानते है April Fool का सही इतिहास?

इसीलिए फिरंगी ईसाइयों ने पूरे अप्रैल मास को कह दिया अप्रैल फूल। पहले दिन मनाना चालू कर दिया अप्रैल फूल डे। फूल बनाओ मूर्ख बनायो यह मूर्खों का महीना है। जिनको यह चीज के बारे में कुछ नहीं मालूम है हम उन्हें कुछ नहीं कहना चाहते हैं।

एक समय था जब हमारे देश में किसी को यह बात नहीं मालूम थी। लेकिन इस बात को जानते ही हमारे सीने में आग लग गई। क्योंकि हमारी रगों में हमारे पूर्वजों का खून दौड़ता था। हमने अपनी माँ का दूध पिया है और अपने देश की मिट्टी में पले बढ़े हैं।

अप्रैल फूल को मजाक दिवस कहा जाता है।

आज के जमाने में अप्रैल फूल को मात्र एक मजाक के रूप में मनाया जाता है। ऐसा लगता है कि हम गुलाम बन चुके हैं और हमारे रगों में हमारे देश की मिट्टी नही है। हम आपसे एक सवाल पूछना चाहते हैं कि यदि आपके परिवार के किसी सदस्य को कोई बुरा भला बोल दे ओर फिर कहे कि ये मजाक था।

क्या आपको इस बात पर अच्छा लगेगा। आपके बेटी के विरुद्ध कोई ऐसी बात बोले तो आपको अच्छा लगेगा क्या। हमारे दादा परदादा के नाम के साथ में फिरंगी ने ब्लडी फूल जोड़ दिया क्या आपको अच्छा लगता है। आपको बताना चाहते हैं कि यह फूल डे नही कूल डे है।

अप्रैल फूल डे नही ये कूल डे है

अप्रैल के महीने में नई नई फसल आती है। जो आलसी व्यक्ति होता है वह भी इन दिनों एक्सरसाइज करते हुए नजर आता है। कोई जिम में मेहनत करता है और कोई खेतों में मेहनत करता हुआ नजर आता है। अच्छा सा पानी पीते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है।

ऐसा महीना है जिसमें सारी बीमारियां दूर हो जाती है। नव वर्ष का यही असली आनंद है। चारों तरफ फूल बिखर जाते हैं और अलग अलग रंगों की फसलें होती है। जनवरी के महीने में रजाई में हम नया साल मना लेते हैं। इसके साथ में अप्रैल के महीने को फूल डे बोलते हैं।

फूल हम नही वे लोग है और सभी जरूरी चीजे अप्रैल के महीने में होती है। आप सभी को हम विनती करते हैं कि इसको फूल डे नही कूल डे घोषित करना चाहिए। इस दिन एक साथ मिलकर पेड़ पौधे लगाने चाहिए।

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