नमस्कार दोस्तो, जीवन और मृत्यु पर किसी भी व्यक्ति का वश नहीं होता है, जीवन और मृत्यु परम सत्य है जिसे सभी लोगो स्वीकार करना चाहिए। जो इंसान इस बात को जितना जल्दी समझ जाता है, वह उतना ही ख़ुशी से अपना जीवन जी पाता है। लेकिन जब से ये कोरोना बीमारी आई है लोगो में होने मृत्यु को लेकर डर लगातार बना रहता है की कब किसकी मृत्यु हो सकती है ये बात किसी को नहीं पता है। आज हम इस लेख में मौत से जुड़े कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे है, जिसको आपको जानना चाहिए।
Death Facts in Hindi | धर्म और ज्योतिषशास्त्र की बाते
यह बात तो सभी जानते है मृत्यु अटल सत्य है जिसे टाला नहीं जा सकता है, साथ ही यह भी पता नहीं लगया जा सकता है की किसकी मृत्यु कब और कैसे होगी, परन्तु अगर ज्योतिष बात माने तो उनका कहना है की ग्रहो की दशा से अंदाजा लगाया जा सकता है आपकी मृत्यु कब और कैसे होने वाली है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सभी व्यक्ति की कुंडली में 6 वां, 8 वां और 12 वां ग्रह रोग होता है, जोकि व्यक्ति के शारीरिक कष्ट और मृत्यु के सम्बंधित होता है। जिसे व्यक्ति के मृत्यु के बारे में जानकारी पता की जा सकती है।
कौन से ग्रह होते है मौत की वजह
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सबसे पहले यदि व्यक्ति की कुंडली में मंगल 5 वे सूर्य 7 वे और शनि होनी नीच राशि मेष में है तो ऐसे लोगो की मृत्यु 70 वर्ष की उम्र में होने की संभावना बनी रहती है। ग्रह मंगल, शनि, राहु-केतु और सूर्य को ज्योतिषशास्त्र में पाप ग्रह माना गया है। यदि किसी व्यक्ति का 8वां भाव पाप ग्रह से जुड़ा है तो तो व्यक्ति मृत्यु कष्टदायक होने की सम्भावना बानी रहती है। ज्योतिष के अनुसार जिसकी कुंडली में 8वें घर में जो ग्रह सबसे जाएदा बलवान दीखता है, उसकी मृत्यु उस ग्रह से सम्बंधित धातु के प्रकोप से होने की संभावना बानी रहती है।
Facts About Death in Hindi | जानते है मौत से जुड़े सामान्य तथ्य
1. सुनने की क्षमता में आ जाती है कमी
मौत नजदीक आने से पहले व्यक्ति की सुनने की क्षमता काम हो जाती है।
2. मौत के तीन मिनट बाद मरता है दिमाग
व्यक्ति की मृत्यु के तीन मिनट बाद मरती है दिमाग की कोशिकाएं
3. मौत के समय रहती 206 हड्डियां
मृत्यु के समय इंसान के शरीर में केवल 206 हड्डियां रह जाती है जो जन्म के समय 270 होती है
4. साढ़े तीन लाख पहले शुरू हुआ था दफ़नाना
आपको पता है मौत के बाद लोगो को दफ़नाने की प्रथा की शुरुआत 3,50,000 साल पहले हुई थी।