नमस्कार दोस्तों मराठी फिल्म इंडस्ट्री से बड़ी दुख भरी घटना सामने आई है। मराठी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता प्रदीप पटवर्धन का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उन्होंने मुंबई में अपने आवास पर अंतिम सांस ली है और वह 64 वर्ष के थे। उन्होंने अब तक कई मराठी नाटकों, फिल्म और धारावाहिकों के माध्यम से 3 दशकों से अधिक समय तक दर्शकों का मनोरंजन किया है। आई जानते है खबर विस्तार से।
Who is Pradeep Patwardhan Death News In Hindi
Pradeep Patwardhan Death Reason: मराठी नाटकों फिल्मों और धारावाहिकों के माध्यम से पिछले 3 दशकों से अधिक समय तक दर्शकों का मनोरंजन करने वाले दिग्गज अभिनेता प्रदीप पटवर्धन का निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनते ही मराठी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर छा गई। मिली जानकारी के अनुसार उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। वह 64 वर्ष के थे और उनका सबसे प्रसिद्ध नाटक ‘मोरूची मावाशी’ है। अपने प्यारे व्यक्तित्व, प्रभावशाली अभिनय और आकर्षक संवादों से दर्शकों के दिलों पर उन्होंने हमेशा राज किया है।
मराठी सिनेमा में लोकप्रिय
प्रदीप पटवर्धन उन हास्य कलाकारों में से जिसने मराठी सिनेमा में बहुत लोकप्रियता हासिल की है। प्रदीप पटवर्धन गिरगांव की रहने वाले थे। उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई के दौरान one-act प्रतियोगिता में काम किया और इसके बाद प्रदीप पटवर्धन ने व्यवसायिक नाटकों की ओर रुख किया। 1985 में उन्होंने प्रशांत दामले के साथ सुयोग के नाटक मोरूची मावाशी में अभिनय किया।
मोरूची मावाशी से मिली प्रसिद्धि
‘मोरूची मावाशी’ नाटक से बहुमुखी प्रतिभा के धनी अभिनेता प्रदीप पटवर्धन को एक अभिनेता के रूप में वास्तविक प्रसिद्धि दिलाई। उन्होंने मोरूची मावाशी नाटक में 2000 से अधिक प्रयोग किए थे। मराठी रंगमंच पर दशकों से छाया हुआ नाटक मोरूची मावाशी में प्रदीप पटवर्धन के रोल की खूब चर्चा हुई थी। उन्होंने न केवल हास्य भूमिका निभाई बल्कि समान प्रभावशीलता के साथ गंभीर भूमिकाएं भी निभा चुके है। वह पिछले कुछ दिनों से मनोरंजन जगत से अलग-थलग थे इसके पीछे की वजह उनका खराब स्वास्थ्य बताया गया था।
प्रदीप पटवर्धन इन नाटकों में कर चुके है काम
प्रदीप पटवर्धन ने मोरूची मावाशी केर अलावा भी कई बड़े नाटकों में अभिनय किया है। जिसमे नवरा माजा नवसाचा’, ‘चश्मे बहादुर’, ‘1234’, ‘लवू का लट्ठ’, ‘भुटालेला’, ‘नवरा माजा भावरा’, ‘डोम’, ‘मी शिवाजी राजे भोंसले बोलतोय’ शामिल है। इसके अलावा जमाल हो जमाल ने ‘एक शोध’ जैसी कई मराठी फिल्मो में भी उन्होंने अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने ‘होल्डिंग बैक’ (2015), ‘मेनका उर्वशी’ (2019), ‘थैंक यू विठ्ठला’ (2007), ‘1234’ (2016) और ‘पुलिस लाइन एक पूर्ण सत्य’ (2016) जैसी फिल्मों का निर्माण भी किया।