कोरोना काल से पहले की बात करे तो बच्चों का सिर्फ एक ही कंप्यूटर क्लास पीरियड हुआ करता था। जिसमे बच्चे कंप्यूटर चलाना सीखते थे। लेकिन वर्तमान समय में डिजिटल का जमाना चल रहा है। अब छोटे उम्र में ही बच्चे टेक्नो फ्रेंडली हो गए हैं। जिन बातों को बच्चे क्लास में सीखते थे अब वही बातें बच्चे ऑनलाइन क्लास में सीख रहे हैं। पहली क्लास की छात्रा चार्वी की मम्मी वंदना विवेक जैन विनायक ने बताया कि ऑनलाइन क्लास होने की वजह से हमे भी टेक्नोलॉजी के बारे में काफी कुछ पता चला है।
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यह भी बोला जा सकता है कि अब बच्चों और माँ टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर टूल के बारे में अच्छे से नॉलेज हो गई है। 6 वर्ष के बच्चों को भी अब पता है कि ऑनलाइन क्लास में कैसे जॉइन होते हैं। ऐसा बोला जाता है कि 6 वर्ष का बच्चा बहुत छोटा होता है लेकिन छोटे उम्र में ही ऑनलाइन नॉलेज होना, यह काफी बड़ी बात है। अब छोटे बच्चे अपने आप मोबइल पर वीडियो बनाकर ऑनलाइन मैडम को भेजने के योग्य बन गए हैं। आजकल छोटे उम्र में ही बच्चे टैलेंटेड बन रहे हैं।
ऑनलाइन पढ़ाई के चलते छोटे-छोटे बच्चे हो गए टेक्नोफ्रेंडली
जो बाते हम बड़े होकर सीखते थे वह आजकल के बच्चे मात्र 6 से 10 साल में ही सीख गए हैं। इस प्रकार बढ़ती प्रगति देख ऐसा लग रहा है कि भविष्य में भारत में विदेशी एडुकेशन ट्रेंड आने वाला है। अगर ऐसा हुआ तो भविष्य में जाकर सभी क्लास के एग्जाम ऑनलाइन हुआ करेंगे। इसके साथ ही पेरेंट्स टीचर मीटिंग जैसी तमाम एक्टिविटी ऑनलाइन हुआ करेगी। यह बात भी सही है कि बच्चों को छोटी उम्र में ही मल्टी टैलेंटेड बनना चाहिए। आजकल मल्टी टैलेंटेड बनने का मौका हर एक बच्चे को मिल रहा है। सभी क्लास एक्टिविटी को ऑनलाइन किया जा रहा है।
ऑनलाइन पढ़ाई के काफी सारे फायदे भी होते हैं जैसे कि बच्चों को यूट्यूब वीडियो से पढ़ाई सिखाना संभव हो गया है। ऐसे में बच्चों को भी मजा आता है कि उन्हें एक नए तरीके से पढ़ाई करने का अवसर मिल रहा है। आजकल का बच्चा जानता है कि कैसे ऑनलाइन क्लास जॉइन करनी है, और यह बच्चों के माँ बाप और टीचर के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। इस जानकारी में आपकी क्या राय है हमे जरूर बताएं। क्या भविष्य में भी ऑनलाइन क्लास होनी चाहिए यह भी आप हमें बता सकते हैं।