हेलो दोस्तों नमस्कार, हर वर्ष आम बजट को देख के सामने रखा जाता है, और देश की जनता को टैक्स स्लैब के बारे में जानने की उत्सुकता काफी अधिक रहती है, ज्यादातर लोग इसी पर अपनी नज़र बनाए रखते है। क्योंकि टैक्स में किए गए फेरबदल से ही जनता की पाॅकेट पर पड़ने वाले बोझ कम या ज्यादा होता है। पिछले वर्ष वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स धारकों कुछ खास राखत नहीं दी थी, लेकिन इस साल वित्त वर्ष 2021-22 में कुछ राहत मिल सकती है, ऐसा एक्सपर्ट्स का मानना है। जानकारों के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र में महामारी के दौरान की गई राहत पैकेज की घोषणाओं और आम आदमी को दी गई छूट को देखते हुए टैक्स स्लैब में बहुत ज्यादा फेरबदल की संभावना नहीं है।इन्ही सभी कारणों के चलते 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट से देश के नागरिको को कुछ खास छूट नहीं मिलने वाली। लेकिन इस पर पूरी तरह से भी विश्वाश नहीं किया जा सकता, क्योकि 1 फरवरी को कुछ भी हो सकता है।
हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है की भारत सरकार वेतनभोगी और मध्यवर्गीय परिवारों को आयकर कानून की धारा80सी और 80डी के तहत थोड़ी छूट दे सकती है। सरकार द्वारा मिलने वाली छूट की सीमा को 1.5 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख या 3 लाख रुपए तक किया जा सकता है। महामारी के खतरे को देखते हुए काफी लंबे समय से Health insurance premium की सीमा को 25,000 रुपए से बढ़ाने की मांग की जा रही है, इसी के चलते बजट के बाद कुछ भड़त देखने को मिल सकती है।
वित्तीय घाटा बन सकता है रोड़ा?
एक्सपर्ट्स की माने तो महामारी के चलते भारत की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पंहुचा है। जिसके चलते वित्तीय घाटे को देखते हुए केंद्र सरकार टैक्स में कटौती ना करने का फैसला ले सकती है। इसके अलावा रेल बजट में भी बढ़ोतरी की जाएगी, और संभावना है कि रक्षा बजट में भी बढ़ोतरी हमें देखने को मिल सकती है। लेटेस्ट अपडेट जाने के लिए हमारे साथ बने रहे।