भारतीय स्टेट बैंक ऑफ़ अपने कस्टमर को एक बड़ी राहत देने जा रहा है| बता दें की स्टेट बैंक मिनिमम बैलेंस रखने की सीमा की बाध्यता को कम करने पर विचार कर रहा है| केंद्र सरकार के आदेश के बाद एसबीआई इस पर विचार करने पर राजी हुआ है| अभी कुछ ही समय पहले शहरी क्षेत्र में रहने वाले अपने खाताधारकों के लिए उनके अकाउंट में 3,000 रुपये मिनिमम बैलेंस रखना जरुरी किया था। मिनिमम बैलेंस ना होने के एवज में जुर्माने के तौर पर अलग अलग चार्ज भी लगाए थे|
कुछ समय पहले ही यह खबर आई थी की स्टेट बैंक फ इंडिया ने मिनिमम बैलेंस न होने पर लोगो से जो जुर्माने के तौर पर रकम वसूली है, अप्रैल से नवंबर के बीच 1,770 करोड़ रुपये बताई जा रही है| अब एसबीआई मंथली एवरेज बैलेंस की जगह पर क्वार्टरली एवरेज बैलेंस की व्यवस्था को लागू करने पर विचार कर रहा है| स्टेट बैंक के इस बदलाव से उन लोगो को फायदा होगा जिनके अकाउंट में कभी कम तो कभी ज्यादा राशि होती है|
स्टेट बैंक ने पिछले साल ही महानगर, छोटे शहर और ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों के लिए खातों में मिनिमम बैलेंस रखने के दिशा निर्देश जारी किए थे| टाइम्स ऑफ़ इंडिया की खबरों की माने तो महानगरों में मिनिमम बैलेंस की सीमा 3 हजार रुपए को कम कर 1 हजार करने पर विचार चल रहा है| आपको बता दें की साल 2016 में सटे बैंक ने अपने खाताधारकों के लिए अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की सीमा को 5 हजार कर दिया था| एसबीआई के इस फैसले का बड़ा विरोध किया गया था| अपने इस फैसले में बदलाव करते हुए इसे 3 हजार कर दिया था|
ये भी पढ़े- टाइगर जिंदा है बॉक्स ऑफिस कलेक्शन, देखे पन्द्रहवें दिन कितनी हुई कमाई?
खाते में मिनिमम बैलेंस न होने पर स्टेट बैंक ने महानगरों, छोटे शहरों और गाँव के लोगो के लिए अलग अलग चार्ज लगाने की व्यवस्था की है|