Shani Amavasya 2019: इस तरह करें शनि देव को प्रसन घर में सुख शांति लाएं- इस बार शनि अमावस्या 4 मई को है| धार्मिक दृष्टि से शनि अमावस्या का काफी महत्व है| शनि अमावस्या को शनैश्चरी अमावस्या के रूप में जाना जाता है| शनि अमावस्या के दिन भगवान शनि देव की पूजा अर्चना की जाती है| इस दिन भगवान शनि देव की उपासना करने से कई प्रकार के लाभ होते है| ऐसी मान्यता है की इस दिन भगवान शनि देव की पूजा करने से कुंडली में शनि देव का प्रकोप दूर होता है| शनि अमावस्या के दिन शनि देव की पूजा करने का शुभ मुहूर्त, कथा, महत्व, मंत्र, पूजा विधि के बारे में नीचे पढ़े-
शनि अमावस्या पूजा विधि
– सुबह उठाकर स्नान करें और साफ सुथरे कपड़े पहने|
– इसके बाद पूरे विधि-विधान से शनि देव की पूजा करें|
– मान्यता है की घर में शनि देव की मूर्ति नहीं राखी जाती, ऐसे में घर पर पूजा करते समय भगवान शनि देव का मन में ध्यान करें या फिर मंदिर में जाकर शनिव देव की पूजा अर्चना करें|
– शनि देव की पूजा करते समय सरसों के तेल का दीया जलाएं|
– शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें नीले रंग के फूल चढ़ाएं
शनि अमावस्या मंत्र
शनि के मंत्रों का जप करने के लिए रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें. शनि देव को प्रसन्न् करने के लिए उनके बीज मंत्र का जप करें. उनका मंत्र है- ओम प्रां प्रीं प्रौं शः शनैश्चराय नमः’
शनि अमावस्या पर करें इन चीजों दान-
-शनि अमावस्या के दिन काली उड़द काले जूते, काले वस्त्र, काली सरसों का दान करें|
-800 ग्राम तिल तथा 800 ग्राम सरसों का तेल दान करें|
– काले कपड़े, नीलम का दान करें|
-हनुमानजी को चोला चढ़ाएं|
– हनुमान चालीसा को दान दें|
– काले कपड़े में सवा किलोग्राम काला तिल भर कर दान करें|
– पीपल के वृक्ष पर सात प्रकार के अनाज चढ़ाकर बांट दें|
हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है की जिस व्यक्ति पर शनि भारी हो उसे हर जगह निराशा या फिर नुकसान ही होता है| ऐसे में अगर आप पर भी अगर शनि भारी है तो कल का दिन भगवान शनि को प्रसन्न करने के लिए सबसे शुभ दिन है| शनि के प्रकोप से अपने आप को बचाने के लिए कल यानि की शनि अमावस्या के दिन भगवान शनि की पूजा-पाठ करें|