नाग पंचमी 2019 पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, मंत्र, कथा :- इस साल नाग पंचमी का पवित्र त्यौहार अगस्त को बढ़ी ही धूम-धाम से मनाया जाएगा| नाग पंचमी पर नाग या सांप की पूजा की जाती है| ऐसी मान्यता है की इस दिन सांप को दूध पिलाने से पुण्य मिलता है| हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है की नाग पंचमी के दिन रुद्राभिषेक करने से कालसर्प दोष से निजात मिलती है| हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक नाग पंचमी का त्यौहार सावन महीने की शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है| नाग पंचमी के दिन पूजा अर्चना भी जाती है| यहाँ जानिए नाग पंचमी शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, आदि के बारे में|\
नाग पंचमी 2019
हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं के साथ उनकी सवारी माने जाने वाले जीव-जंतुओं की भी पूजा अर्चना की जाती है| नाग पंचमी के त्यौहार पर भगवान शिव के प्रतीक के रूप में पहचाने जाने वाले नाग की पूजा की जाती है| हिन्दू धर्म के अनुसार नाग को भगवान शिव के गले का हार माना जाता है| सावन के पूरे महीने बरसात होती है और इसी दौरान नाग यानि की सांप धरती से निकलकर बाहर आ जाते है| नागों का लोकजीवन से भी रिश्ता है| ऐसी मान्यता है की नाग पंचमी के दिन नाग को दूध पिलाने से लाभ होता है|
नाग पंचमी विशेस, मैसेज, एसएमएस, इमेज
नाग पंचमी पूजा विधि
– नाग पंचमी के दिन सुबह स्नान करने के बाद घर के दरवाजे पर पूजा के स्थान पर गोबर से नाग बनाएं|
– मन में व्रत का सकंल्प लें|
– नाग देवता का आह्वान कर उन्हें बैठने के लिए आसन दें|
– फिर जल, पुष्प और चंदन का अर्घ्य दें|
– दूध, दही, घी, शहद और चीनी का पंचामृत बनाकर नाग प्रतिमा को स्नान कराएं
– इसके बाद प्रतिमा पर चंदन, गंध से युक्त जल चढ़ाना चाहिए.
– फिर लड्डू और मालपुए का भोग लगाएं.
– फिर सौभाग्य सूत्र, चंदन, हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण, पुष्प माला, सौभाग्य द्र्व्य, धूप-दीप, ऋतु फल और पान का पत्ता चढ़ाने के बाद आरती करें
– माना जाता है कि नाग देवता को सुगंध अति प्रिय है. इस दिन नाग देव की पूजा सुगंधित पुष्प और चंदन से करनी चाहिए.
नाग पंचमी 2019 शुभ मुहूर्त
5 अगस्त
पूजा मुहूर्त – 05:49 से 8:28 (5 अगस्त 2019)
पंचमी तिथि प्रारंभ – 18:48 (4 अगस्त 2019)
पंचमी तिथि समाप्ति – 15:54 (5 अगस्त 2019)
नाग पंचमी पूजा मंत्र
नाग पंचमी की पूजा का मंत्र इस प्रकार है:
” ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा”!!
ज्योतिषी के मुताबिक अगर किसी की कुंडली में काल सर्प दोष है तो उस व्यक्ति को नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करें और रुद्राभिषेक करने से इससे मुक्ति मिलती है|